Car से Jim Corbett Park जाना है? जान लें Petrol खर्च से लेकर ठहरने और घूमने तक की जरूरी बातें
Road Trips: दिल्ली के आसपास अगर जंगल सफारी का मन है तो जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क शायद सबसे करीब होगा, जहां जंगल सफारी की जा सकती है. यहां का लैंडस्केप बेहद ही खूबसूरत है, यहां अलग-अलग फॉरेस्ट रेंज हैं, जहां घूमा जा सकता है.
Road Trip To Jim Corbett: दिल्ली के आसपास अगर जंगल सफारी का मन है तो जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क शायद सबसे करीब होगा, जहां जंगल सफारी की जा सकती है. यहां का लैंडस्केप बेहद ही खूबसूरत है, यहां अलग-अलग फॉरेस्ट रेंज हैं, जहां घूमा जा सकता है. इसके लिए बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते भी हैं. अब अगर आप भी जिम कॉर्बेट जाने की योजना बना रहे हैं और चाहते हैं कि कार के साथ लॉन्ग ड्राइव करते हुए जिम कॉर्बेट घूमा जाए तो चलिए आपको यहां के लिए रोड ट्रिप प्लान करने से लेकर यहां घूमने, ठहरने और जंगल सफारी आदि से जुड़ी कुछ बाते बताते हैं.
कार का चुनाव
जिम कॉर्बेट पार्क बहुत ज्यादा पहाड़ी इलाके में नहीं है. आप यहां किसी भी उस कार से जा सकते हैं, जो आपके पास हो या जिससे भी कार से आप जाना चाहते हों. जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क जाने के लिए आपको किसी खास तरह की कार की जरूरत नहीं है, अगर आपके पास कोई एसयूवी हो तो भी आप वहां खुद से जंगल सफारी नहीं कर सकते हैं. इसीलिए, हैचबैक या सेडान से भी अपनी ट्रिप प्लान कर सकते हैं. वहां पहुंचकर आप जंगल सफारी के लिए जीप रेंट कर सकते हैं, जिसके साथ में गाइड भी मिलेगा. हमने अपनी ट्रिप के लिए होंडा सिटी को चुना था क्योंकि ट्रिप के समय हमारे पास होंडा सिटी सेडान ही थी.
कार से जुड़े जरूरी टिप्स
जिम कॉर्बेट पार्क के लिए अपनी ट्रिप शुरू करने से पहले सुनिश्चित कर लें कि कार की सर्विसिंग हो रखी हो, अगर सर्विस पेंडिंग है तो पहले उसे करा लें. अगर आपने हाल ही में सर्विस कराई है तो भी एक बार मैकेनिक को कार दिखा लें क्योंकि कार को लॉन्ग ट्रिप पर ले जाने से पहले चेकअप करा लेना चाहिए. हमने नोएडा से अपनी ट्रिप शुरू की थी, यहां से जिम कॉर्बेट पार्क की दूरी एक ओर से करीब 250 किलोमीटर थी. आपको जिम कोर्बेट में कहां जाना है, उसके अनुसार भी दूसरी बदल सकती है. इसीलिए, नोएडा से ही कार का फ्यूल टैंक रीफिल करा लिया और फिर सुबह को नोएडा से गजरौला, मुरादाबाद, काशीपुर और रामनगर होते हुए जिम कॉर्बेट पार्क पहुँच गए.
जिम कॉर्बेट पार्क के बारे में
जैसे ही हमने अपना सफर शुरू किया, हमारे एक साथ ने जिम कॉर्बेट पार्क के बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी. पता चला कि जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क पांच जोन में बंटा हुआ है, जो ढिकाला जोन, बिजरानी जोन, सोनानदी जोन, डोमुण्डा जोन और झिरना जोन हैं. यहां से रामगंगा, सोनानदी, मंडल और पलायन जैसी नदियां बहती हैं. सफारी के दौरान कॉर्बेट पार्क में जंगली हाथी, टाइगर, तेंदुए, जंगली बिल्ली, समबर, चीतल, हॉग हिरण, बार्किंग हिरण, घुरड और नीलगाय आदि जैसे जानवर दिखाई देते हैं.
यहां निवासी और प्रवासी पक्षियों की कुल 580 से अधिक प्रजातियां हैं. पूरा कॉर्बेट पार्क 521 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ. ऐसे में हमें तय करना था कि हमें इसके किस हिस्से में जाकर ठहरना है. इसी दौरान हमें यहां के गर्जिया देवी मंदिर के बारे में पता चला और हमने तय किया कि इसे के आसपास हमें पहुंचना है. यह मंदिर रामनगर से 10 किलोमीटर की दूरी पर ढिकाला रोड पर कोसी नदी के बीच में बड़ी सी चट्टान के शिखर पर है. असर में यह दुर्गा देवी का मंदिर है, जो गर्जिया देवी के नाम से प्रचलित है. यह यहां के ढिकुली क्षेत्र में हैं.
करीब 5 घंटे के सफर के बाद
मुरादाबाद से रामनगर तक का रास्ता कुछ-कुछ जगहों पर थोड़ा सा खराब है. हम नोएडा से करीब 5 घंटे के सफर के बाद जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के उस क्षेत्र में पहुंच गए, जहां गर्जिया देवी मंदिर है. इसके 2-3 किलोमीटर पहले काफी अच्छे-अच्छे होटल हैं. यहां ताज होटल से लेकर कई लग्जरी होटल भी हैं. हमने लीजर ग्रुप के द रिवरव्यू रिट्रीट होटल में ठहरने का निर्णय लिया क्योंकि इसके गूगल रिव्यूज अच्छे थे और रूम्स का टैरिफ भी बहुत ज्यादा नहीं थी. पास में ही ताज होटल भी है लेकिन वहां रुकना ज्यादाकर लोगों के बजट से बाहर हो सकता है लेकिन द रिवरव्यू रिट्रीट होटल लग्जरी से भरपूर है जबकि रूम्स का टैरिफ ताज होटल के मुकाबले काफी कम है.
द रिवरव्यू रिट्रीट होटल होटल के बारे में
हमें होटल चेकइन करते-करते रात हो चुकी थी. यह होटल कोसी नदी के किनारे पर बना है, इनका रेस्टोरेंट भी नदी के किनारे पर ही है, जहां बैठकर खाना खाते हुए आप नदी के बहते हुए पानी का आनंद ले सकते हैं. हमने यहां डिनर किया. हमने कुमाऊँनी थाली ऑरड की. इसमें उत्तराखंड की लोकल डिज परोसी गईं, जो शानदार थीं. खाने का स्वाद और नदी के बहते हुए पानी की आवाज मन को शांति पहुंचा रही थी.
यहां प्राइवेट विला बने हुए हैं, जिनमें लॉन, बालकनियां और डाइनिंग स्पेस है. दो विला के बीच पर्याप्त जगह और हरियाली है, जो आपको निजी आवास वाला फील देते हैं. रूम्स को बेहतर तरीके से रखा गया है. इनके रूम्स नीट एंड क्लीन, स्पेशियस और जरूरी सामानो से भरे हैं. यहां मीटिंग रूम है, जो करीब 3700 वर्ग फीट का है.
प्रोपर्टी में पार्टीज और शादी आदि के लिए बड़ा सा खुला लॉन है. बीच में एक बड़ा स्विमिंग पूल है. यह पूरी प्रोपर्टी 8 एकड़ में फैली हुई है और प्रकृति की सुंदरता से घिरी हुई है. जो लोग प्रकृति प्रेमी हैं या प्रकृतिक सुंदरता के बीच रहना पसंद करते हैं, उनके लिए जिम कॉर्बेट में रिवरव्यू रिट्रीट रिसॉर्ट्स बेहतर ऑप्शन हो सकता है.
जिस दिन हम होटल पहुंचे, उस दिन रात को लोक संगीत का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जो होटल में गेस्ट को एंगेज करने के लिए था. ऐसा यहां होता रहता है. होटल की ओर से मनोरंजक गतिविधियां भी आयोजित की जाती हैं, जो सूचनात्मक और मनोरंजक दोनों होती हैं.
लोक संगीत का कार्यक्रम देखने और डिनर करने के बाद हमने रात को ही होटल मैनेजमेंट से बोलकर सुबह को सफारी के लिए जीप बुक कर ली. रात को आराम करने के बाद हम सुबह जल्दी ही सूरज निकलने से पहले जंगल सफारी के लिए चल दिए. हम उसी दिन सफारी करने के बाद वापस नोएडा के लिए रवाना हो गए.
खर्चा
डीजल- करीब 4 हजार रुपये
टोल टैक्स- करीब 500 रुपये
होटल- 7 हजार रुपये (प्रति दिन)
सफारी जीप- 2200 रुपये
खाना- 1 हजार रुपये (प्रति व्यक्ति)
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले ताज़ा ख़बर अभी पढ़ें सिर्फ़ Zee News Hindi पर| आज की ताजा ख़बर, लाइव न्यूज अपडेट, सबसे ज़्यादा पढ़ी जाने वाली सबसे भरोसेमंद हिंदी न्यूज़ वेबसाइट Zee News हिंदी|