कहीं आप केदारनाथ धाम तो नहीं जा रहे हैं? पढ़ लीजिए यह बेहद जरूरी खबर
बाबा केदारनाथ (Kedarnath) धाम के कपाट भाई दूज (Bhai Dooj) के शुभ अवसर पर सुबह 8:30 बजे विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए हैं. ऐसे में अब तीर्थयात्री केदारनाथ की यात्रा पर न निकलें.
नई दिल्ली. बाबा केदारनाथ धाम (Kedarnath) के कपाट भाई दूज (Bhai Dooj) के शुभ अवसर पर सुबह 8:30 बजे विधि-विधान के साथ शीतकाल (Winters) के लिए बंद कर दिए हैं. केदारनाथ के कपाट बंद होने के मौके पर केदारनाथ में भारी बर्फबारी हुई. इस शुभ मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) अपने कुछ मंत्रियों के साथ मौजूद थे.
पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक, सुबह तड़के तीन बजे से ही मंदिर में विशेष पूजाएं शुरू हो गई थीं. सुबह लगभग 8:30 बजे मंदिर का मुख्य कपाट पुलिस प्रशासन, देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियों की मौजूदगी में बंद कर दिया गया. इस मौके पर लगभग डेढ़ से दो हजार भक्त मौजूद थे.
केदारनाथ न जाएं तीर्थयात्री
बाबा केदारनाथ के कपाट भारी बर्फबारी की वजह से शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं. अगर आप केदारनाथ धाम की यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहे हैं तो अब अपना प्लान बदल दें और मंदिर के कपाट दोबारा खुलने का इंतजार करें.
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कब खुलेंगे केदारनाथ धाम के कपाट
अनुमान के मुताबिक, अब केदारनाथ के कपाट अगले साल मई महीने में खुल सकते हैं.
कैसे तय होती है कपाट खुलने की तारीख
बद्रीनाथ के कपाट खुलने की तारीख बसंत पंचमी को टिहरी महाराज के नरेंद्र नगर स्थित दरबार में तय होती है. टिहरी महाराज की जन्म कुंडली देखकर राज्य ज्योतिष और मंदिर के अधिकारी यह दिन तय करते हैं. वर्तमान में टिहरी के राजा मनुजेंद्र शाह हैं.
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वहीं, केदारनाथ मंदिर खुलने की तिथि शिवरात्रि (Shivratri) वाले दिन उखीमठ में निश्चित की जाती है, जिसे वहां के पुजारी, धर्माधिकारी और रावल तय करते हैं.