Assembly election 2023: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर गहमागहमी जारी है. सभी पार्टियां तूफानी प्रचार कर रही हैं. इन सबके बीच राजधानी रायपुर में आयोजित जी मंच पर रमन सिंह ने कई सवालों के जवाब दिए. उनसे जब यह पूछा गया कि ओपिनियिन पोल्स में तो आप हार रहे हैं. तो उन्होंने जवाब दिया कि अलग-अलग सर्वे में अलग-अलग परिणाम दिखाए जा रहे हैं. लेकिन सच यह है कि ग्राउंड पर कांग्रेस और भूपेश बघेल की सच्चाई खुलकर सामने आ गई है और ग्राउंड पर लोग यही चाहते हैं कि बीजेपी की सरकार बने. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी वापस आ रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

'सिर्फ गिल्ली डंडा खेलने से विकास नहीं होता'
कार्यक्रम में उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ की मौजूद सरकार में इतना भ्रष्टाचार हुआ है जितना शायद देश में कहीं नहीं हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया कि पांच साल में 15 हजार करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ है. क्या भूपेश बघेल लोकप्रिय नेता बन गए हैं. इसके जवाब में पूर्व सीएम रमन सिंह का कहना है कि लोककला और लोक संस्कृति का हिस्सा बनना ठीक है. लेकिन सवाल यह है कि सिर्फ गिल्ली डंडा खेलने से विकास नहीं होता है. इसके लिए सड़कें बनानी पड़ती हैं लोगों को रोजगार देना पड़ता है. और ये सब काम भूपेश बघेल ने नहीं किया है. छत्तीसगढ़ के लोगों को आगे बढ़ाने की बात सामने आती है तो वे पीछे हट जाते हैं. उन्होंने राज्यसभा का उदाहरण देते हुए कहा कि दूसरे राज्यों के लोगों को भेज दिया गया.


'तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे सीएम': रमन सिंह
आम आदमी पार्टी और अन्य पार्टियों का छत्तीसगढ़ चुनाव में उतरना बीजेपी के लिए फायदे और नुकसान पर रमन सिंह ने कहा कि बीजेपी पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ेगा सिर्फ फायदा ही होगा. ध्रुवीकरण पर उन्होंने कहा कि धर्मांतरण मुद्दे पर सीएम भूपेश बघेल एक्शन नहीं ले रहे हैं जबकि कई जिलों  अधिकारियों ने सीएम को पत्र लिखा तो वे तुष्टिकरण की राजनीति करते नजर आए. उनको तत्काल एक्शन लेना चाहिए था. 


मौजूदा सरकार को कितने नंबर?
भूपेश बघेल को कितना नंबर देने के सवाल पर रमन सिंह ने कहा कि वे पासिंग मार्क तक भी नहीं पहुंच पाए हैं. उन्होंने घोषणा पत्र में 36 वादे किए थे जिनमें से 19 वादे नहीं कर पाए हैं. उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल की नीयत नहीं सही दिखाई दी है. छत्तीसगढ़ में उनकी विफलता का कारण यही है कि वे विकास कार्यों पर ध्यान नहीं दे पाए हैं. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का चुनाव तीन मुद्दों पर लड़ा जा रहा है जिसे बीजेपी ने मुद्दा बनाया है. 


इन तीन मुद्दों पर लड़ रही बीजेपी
उन्होंने कहा कि पहला मुद्दा जनघोषणा पत्र के अधूरे वादे जिसमें महिलाओं का मामला और शराबबंदी शामिल है. वहीं दूसरे मुद्दे के बारे में उन्होंने कहा कि सरकार ने पांच साल में वो सारे विकास कार्य ठप कर दिए जो पिछली सरकार में 15 साल से हो रहे थे. तीसरे मुद्दे के बारे में उन्होंने कहा कि सरकार ने 15 हजार करोड़ का घोटाला किया है. और उस खजाने का उपयोग कांग्रेस पार्टी के लिए हुआ है.