Early Signs of Cancer: कैंसर एक ऐसा शब्द है, जिसको सुनने के बाद व्यक्ति की रूह कांप जाती है. करोड़ों लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं और ये दुनिया में मौत का दूसरा सबसे आम कारण है. शुरुआत स्टेज में कैंसर लोगों को कई तरह के संकेत देता है, जिसको नजरअंदाज करना उनके लिए भारी पड़ जाता है. शरीर का बढ़ा तापमान भी इस बात का संकेत है कि कैंसर अन्य भागों में फैल रहा है. ट्यूमर जब पास के टिशू पर आक्रमण करता है तो शरीर के तापमान में वृद्धि होती है. इसे मेडिकल शब्द में पाइरेक्सिया (बुखार) कहा जाता है.


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जब पाइरेक्सिया कैंसर के मरीजों में मौजूद होता है, तो यह आमतौर पर एक संकेत होता है कि कैंसर फैल गया है या अगले स्टेज में पहुंच गया है. कैंसर रिसर्च यूके के अनुसार, यह बहुत असुविधाजनक हो सकता है और आपके के लिए चिंता का कारण बन सकता है. पायरेक्सिया सभी प्रकार के कैंसर का एक सामान्य लक्षण है. कुछ शोध बताते हैं कि यह लक्षण ब्लड कैंसर जैसे ल्यूकेमिया और लिम्फोमा में अधिक प्रचलित है. स्तन कैंसर, फेफड़ों का कैंसर और बाउल कैंसर से बुखार होने की संभावना कम होती है. हालांकि, कैंसर रिसर्च यूके बताता है कि इन कैंसर वाले व्यक्ति को बुखार भी हो सकता है यदि उनका ट्यूमर लिवर में फैल गया हो. यह इस बात का भी संकेत हो सकता है कि कैंसर शरीर में कहीं रुकावट पैदा कर रहा है.


किन कारणों से होता है बुखार?
यह स्पष्ट नहीं है कि कुछ कैंसर दूसरों की तुलना में अधिक बुखार क्यों पैदा करते हैं. एक सिद्धांत यह है कि कुछ बीमारियां टॉक्सिन उत्पन्न करती हैं, जिससे बुखार हो सकता है. रोसवेल पार्क व्यापक कैंसर केंद्र के अनुसार, कैंसर के बुखार में पाइरोजेन्स की भूमिका हो सकती है. पाइरोजेन एक पदार्थ है जो बुखार को भड़काता है.


डॉक्टर को कब दिखाएं?
बेहतर होगा कि आप अपने बुखार को नजरअंदाज न करें और इसका अनुभव होते ही डॉक्टर को दिखाएं. संक्रमण या बुखार का शीघ्र उपचार भविष्य में अधिक गंभीर जटिलताओं को रोक सकता है. ये बात ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इलाज करवा रहे कैंसर मरीजों में पायरेक्सिया या बुखार बीमारी का लक्षण होने के बजाय दवा का साइड इफेक्ट हो सकता है.


कैंसर के अन्य शुरुआती संकेत


  • थकान

  • अचनाक वजन कम होना

  • कमजोरी

  • फुंसी-फोड़े

  • सीने में जलन

  • पेट में दर्द


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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