कोरोना वायरस ने बढ़ाई डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें, अमेरिका पर अब गिरी ये गाज
कोरोना वायरस के चलते 30 लाख अमेरिकी और हुए बेरोजगार.
वाशिंगटन: कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण पूरी दुनियाभर में लोग बेरोजगार हो रहे हैं. सबसे ज्यादा खराब हालत अमेरिका (America) में है. कोविड-19 (COVID-19) के संकट काल में 30 लाख अमेरिकी और बेरोजगार हो गए हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनियों से छटनी के कारण करीब 30 लाख अमेरिकियों ने बीते सप्ताह बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया है. अमेरिकी सरकार की ओर से कई राज्यों के कारोबारियों को दोबारा से कंपनी खोलने की इजाजत देने के बावजूद कंपनियां छंटनी के लिए मजबूर हैं. ट्रंप सरकार ने बीते गुरूवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के चलते सिर्फ दो महीनों में करीब 3.6 करोड़ लोगों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया है.
अमेरिकी सरकार के मुताबिक, पिछले सप्ताह करीब 8.42 लाख लोगों ने स्वरोजगार और अस्थाई श्रमिकों के लिए एक अलग योजना के तहत मदद के लिए आवेदन किया था. अमेरिकी के बेरोजगारी संकट पर कई अर्थशास्त्रियों का कहना है कि एक और राहत पैकेज के बिना हजारों छोटे व्यवसाय दिवालिया हो जाएंगे, जिससे लाखों लोग बेरोजगार होंगे. आपको बता दें कि लॉकडाउन में बंदी होने के कारण अमेरिकी सरकार को राजस्व में भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है.
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आपको बता दें कि बीते दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने लोगों को रोजगार देने और बेरोजगारी का प्रतिशत कम करने के लिए अप्रवासन वीजा को निलंबित करने की बात कही है. गौरतलब है कि भारतीय आईटी पेशेवरों के बीच लोकप्रिय एच-1बी वीजा एक गैर-अप्रवासी वीजा है. चूंकि ट्रंप ने यह तर्क दिया है कि अमेरिकी नागरिकों की नौकरियों की रक्षा करने की जरूरत है.
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