लेबनान में 900 भारतीय सैनिक जंग के बीच `दीवार` बनकर क्यों हैं खड़े, जब इजरायल-हिजबुल्ला एक-दूसरे को बर्बाद करने पर हैं तुले
900 Indian UN peacekeepers in Lebanon: इजरायल के बारे में कहा जाता है कि वह अपने दुश्मनों का पीछा कयामत तक करता है. हमास की कमर तोड़ने के बाद अब वह लेबनान में हिज्बुल्लाह के सफाए में लगा हुआ है. इसी बीच भारतीय सैनिक लेबनान में क्या कर रहे हैं.?
Indian Army in Lebanon: इजरायल के बारे में कहा जाता है कि वह अपने दुश्मनों का पीछा कयामत तक करता है. हमास की कमर तोड़ने के बाद अब वह लेबनान में हिज्बुल्लाह के सफाए में लगा हुआ है. यही वजह है कि लेबनान में हिज्बुल्लाह के ठिकानों पर हवाई हमलों के बाद अब वह दक्षिणी लेबनान में ग्राउंड ऑपरेशन में जुटा है. हिज्बुल्लाह और इजरायल इस समय जंग की कगार पर खड़े हैं. इजरायल के लेबनान में जमीनी हमले के बीच भारतीय सेना भी जान की परवाह किए बिना डटी हुई है. अब मामला समझते हैं कि आखिर भारतीय सैनिक लेबनान में क्या कर रहे हैं. उनको किसने भेजा है. उनका क्या काम है. इजरायल को इससे परेशानी तो नहीं. आखिर भारतीय सैनिकों की किसने तारीफ की है. आइए सब समझते हैं.
लेबनान में कितने भारतीय सैनिक हैं?
जंग के बीच इन दिनों 900 भारतीय सैनिक इन दिनों लेबनान में हैं.
लेबनान में भारतीय सैनिकों को किसने भेजा है?
लेबनान में इन दिनों भारतीय सैनिक जो संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (यूएनआईएफआईएल) के शांति सैनिक हैं, वह लेबनान में डटे हुए हैं. इस माहौल में जिस तरह भारतीय सैनिक लेबनान में हैं, उसके लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने बहुत तारीफ की है. इन सैनिका का काम लेबनान में शांति स्थापना अभियान में सहयोग करना है. गुटरेस ने बुधवार को कहा, 'लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (यूएनआईएफआईएल) के शांति सैनिक अपनी जगह पर बने हुए हैं. हालांकि इजरायल ने इन्हें कहीं और ट्रांसफर करने की मांग की है लेकिन संयुक्त राष्ट्र का ध्वज वहां लहरा रहा है. यूएन चीफ ने मध्य पूर्व की स्थिति पर सुरक्षा परिषद की एक आपातकालीन बैठक में यह बात कही है.
इजरायल और हिजबुल्ला के बीच भारतीय सैनिक
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि मैं, संयुक्त राष्ट्र शांति सेना -यूएनआईएफआईएल के मिलिट्री और सिविलियन मेंबर्स तथा सैन्य योगदान देने वाले देशों के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता दोहराता हूं. लगभग 900 भारतीय सैनिक यूएनआईएफआईएल के साथ हैं, जो इजरायल और लेबनान को अलग करने वाली 'ब्लू लाइन' पर तैनात है. वे (शांति सैनिक), लेबनान में घुस आई इजरायली सेना और लेबनानी आतंकी ग्रुप हिजबुल्लाह के बीच तैनात हैं.
इजरायल शांति सैनिकों को हटाने की कर रहा बात
गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने अपनी दैनिक ब्रीफिंग में कहा कि जमीन पर मौजूद यूएनआईएफआईएल अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी जारी है और पहले से ज्यादा हो रही है. उन्होंने कहा कि वे अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही साथ अपनी जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं. दुजारिक ने बताया कि इजरायली सेना ने यूएनआईएफआईएल को ब्लू लाइन के पास कई जगहों से हटने के लिए कहा था लेकिन इसने ऑपरेशनल और राजनीतिक दोनों ही नजरिए से रुकने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा, "हम वहीं जमे रहेंगे, साथ ही साथ हम अपने रुख और शांति सैनिकों की सुरक्षा का हर घंटे के आधार पर आकलन करेंगे."
लेबनान में जमीनी जंग
इस हफ्ते इजरायल ने दक्षिणी लेबनान पर जमीनी हमला शुरू कर दिया. आमने-सामने की इस लड़ाई में अब तक इजराइल के 8 सैनिकों की मौत हो गई, जबकि 18 घायल हुए हैं. हिजबुल्लाह ने दावा किया है कि उसने इजराइल के 3 टैंक भी तबाह कर दिए हैं.
चारों तरफ से लड़ रहा इजरायल
इजराइल लेबनान में हिजबुल्लाह, गाजा में हमास, ईरान और यमन में हूतियों से लड़ाई लड़ रहा है. मंगलवार रात ईरान ने इजराइल पर 200 बैलिस्टिक मिसाइल दागी थीं. हालांकि, इजराइल के मुताबिक, ईरान ने उस पर 180 मिसाइलों से हमला किया था.