नई दिल्‍ली: एक नए अध्ययन में चौंकाने वाली बात सामने आई है, इसकी मानें तो जानलेवा कोरोना वायरस (Coronavirus) दिसंबर 2019 की शुरुआत में अमेरिका में आ चुका था. अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) और अमेरिकन रेड क्रॉस के एक शोध के अनुसार, कोरोना वायरस देश में उस वक्‍त से हफ्तों पहले से मौजूद था, जिसका अनुमान वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य अधिकारियों ने लगाया है. बल्कि यह चीन (China) में 31 दिसंबर 2019 में पहले मामले की अधिकारिक पुष्टि होने से पहले ही अमेरिका में था. 


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ऐसे चला पता 
वैज्ञानिकों के अनुसार, ब्‍लड डोनेशन को लेकर किए गए विश्लेषण से पता चलता है कि अमेरिका में यह वायरस 13 दिसंबर, 2019 से फैल रहा था. दरअसल, 13 दिसंबर और 17 जनवरी के बीच अमेरिकन रेड क्रॉस द्वारा इकट्ठा किए गए ब्‍लड सैंपल्‍स का जब अध्‍ययन किया गया तो 9 राज्‍यों के कुछ रक्‍त दाताओं का COVID-19 एंटीबॉडी टेस्‍ट पॉजिटिव आया है. इससे संकेत मिलता है कि वे अमेरिका में पहले कोविड-19 मामले की 20 जनवरी को पुष्टि होने से पहले ही वायरस के संपर्क में आ चुके थे. 


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बता दें कि नए कोरोना वायरस का प्रकोप दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था. इसके बाद ये पूरी दुनिया में फैल गया और इसके कारण करोड़ों लोग संक्रमित हुए और लाखों की मौत हो गई. 


अमेरिका में क्‍वारंटीन का समय हुआ कम 
इस बीच यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने COVID-19 पॉजिटिव व्‍यक्ति के संपर्क में आने के बाद क्‍वारंटीन की अवधि को घटा दिया गया है. अपडेट किए गए दिशा-निर्देश के मुताबिक कोरोना संक्रमित रोगी के संपर्क में आए लोगों को अब 10 दिन ही क्‍वारंटीन में रहना होगा, बल्कि कोरोना की निगेटिव टेस्‍ट रिपोर्ट उपलब्‍ध कराने पर वे 7 दिन में क्‍वारंटीन खत्‍म कर सकते हैं.