काबुल: अफगानिस्तान के दक्षिणी और मध्य इलाके में सड़क किनारे हुए बम धमाकों में एक ही परिवार के नौ सदस्यों सहित 13 लोगों की मौत हो गयी. इसके अलावा पश्चिमी अफगानिस्तान में आतंकवादियों ने एक बस को रुकवा कर उसमें से तीन लोगों को उतार कर गोली मारकर उनकी हत्या कर दी.


किसी संगठन ने नहीं ली हमले की जिम्मेदारी


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इन ताजा हमलों की जिम्मेदारी अब तक किसी भी संगठन ने नहीं ली है. बस से उतारकर जिन तीन लोगों की हत्या की गयी वे हजारा समुदाय के थे. हजारा समुदाय में अधिकतर शिया मुसलमान होते हैं. इन पर पहले भी हमले हो चुके हैं जिसकी जिम्मेदारी अब तक इस्लामिक स्टेट लेता आया है. सरकार ने हमलों के लिए तालिबान पर आरोप लगाया लेकिन उसने इसकी जिम्मेदारी लेने से इंकार किया है.


अफगानिस्तान में हालात खराब


गौरतलब है कि अफगानिस्तान का एक बड़ा हिस्सा लगातार गृह युद्ध जैसी स्थिति का सामना कर रहा है, जहां बम और बारूदी सुरंगों के हमलों से हालात बेहद खराब हैं. इनका इस्तेमाल आम तौर पर आतंकवादी संगठन सेना पर हमले करने के लिए करते हैं, लेकिन इसके निशाने में आम आदमी भी आ जाते हैं.


एक ही परिवार के 9 लोगों की गई जान, तीन घायल


प्रांतीय पुलिस के प्रवक्ता जमान हमदर्द ने बताया कि हेलमंड प्रांत में बुधवार देर रात एक कार को निशाना बनाकर बम हमला किया गया. कार में एक ही परिवार के 12 लोग सवार थे जिसमें से नौ लोगों की मौत हो गयी. इसमें कई बच्चे भी शामिल थे. दूसरा बम धमाका घोर प्रांत में हुआ. प्रांत के गवर्नर अब्दुल जाहिर फैजादा ने बताया कि एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर एक ही परिवार के चार सदस्य जा रहे थे. हमले में चारों की मौत हो गयी.