Kabul पर कब्जे के बाद सत्ता के लिए Taliban का कोई नेता अब तक सामने क्यों नहीं आया?
अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) का कब्जा हो चुका है. इसके बावजूद वह अब तक चुप्पी साधे हुए है. माना जा रहा है कि तालिबान के नेता कोई बड़ी साजिश रच रहे हैं.
काबुल: अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) का कब्जा हुए 5 दिन बीत चुकी हैं. इसके बावजूद अब तक तालिबान का कोई बड़ा नेता सामने नहीं आया है.
सूत्रों के मुताबिक तालिबान (Taliban) नेता फिलहाल 31 अगस्त का इंतजार कर रहे हैं. यह तारीख अमेरिका के सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूर्ण होने की है. काबुल पर कब्जे में शामिल एक तालिबानी नेता ने कहा कि अफगानिस्तान (Afghanistan) में अगली सरकार कैसी होगी. इस बारे में 31 अगस्त तक कुछ नहीं कहा जा सकता. इस तारीख के बाद ही वहां पर कुछ होगा.
'31 अगस्त तक कुछ नहीं करना है'
वहीं अफगान सेना के एक अधिकारी ने नाम न छापने की रिक्वेस्ट पर बताया कि तालिबान (Taliban) के डिप्टी कमाडंर अनस हक्कानी ने अपने कैडर से कहा है कि 31 अगस्त तक ‘कुछ नहीं करना है.’ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अनस हक्कानी ने कहा है कि तालिबान ने अमेरिका से समझौता कर रखा है कि 31 तक कोई एक्शम नहीं लेना है.
अनस हक्कानी के बयान से बढ़ी चिंता
अफगान सेना का अधिकारी यह स्पष्ट नहीं कर सका कि इस ‘कुछ नहीं करना है’ का मतलब क्या है. क्या यह केवल राजनीतिक क्षेत्र के बारे में है या इसका आशय कुछ और है. अनस हक्कानी के बयान के बाद इस बात की चिंता बढ़ गई है कि 31 अगस्त के बाद के लिए तालिबान क्या योजना बना रहा है.
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क्या गैर-तालिबानी अफसर होंगे शामिल?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान (Taliban) के डिप्टी कमांडर के बयान से यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या अगली सरकार में गैर-तालिबानी अधिकारियों को भी शामिल किया जाएगा. इसके साथ ही तालिबान ने अभी तक यह भी स्पष्ट नहीं किया है कि क्या वे अफगान (Afghanistan) राष्ट्रीय सुरक्षा बलों को बदलेंगे या उन्हीं को आम माफी देकर साथ काम करेंगे.
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