Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में आर्थिक संकट के बाद आई ये भीषण मुसीबत, करीब 1 लाख लोगों पर पड़ा असर
Sri Lanka World News: विदेशी मुद्रा भंडार की भारी कमी के कारण श्रीलंका पिछले साल अपने सबसे बुरे आर्थिक संकट की चपेट में आ गया था. 1948 में ब्रिटेन से आजादी के बाद पहली बार सबसे खराब स्थिति का सामना कर रहा है. इस नई आफत से लोग एक बार फिर बुरी तरह से परेशान हो रहे हैं.
Sri Lanka Affected By Drought: आर्थिक संकट की मार से अभीतक जूझ रहे श्रीलंका में अब नई आफत आ गई है. देश की आपदा प्रबंधन केंद्र (DMC) ने के अधिकारियों का कहना है कि श्रीलंका के चार प्रांतों में लगभग एक लाख लोग भीषण सूखे (Drought) की मार से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं और जाफना सबसे अधिक प्रभावित (Jaffna Worst Hit) जिला है. समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने डीएमसी के हवाले से बताया कि चार प्रभावित क्षेत्र सबारागामुवा, पूर्वी, उत्तर पश्चिमी और उत्तरी प्रांत हैं.
करीब एक लाख लोगों पर असर
डीएमसी ने कहा कि 27,885 परिवारों के कुल 89,485 लोग प्रभावित हुए हैं और उत्तरी प्रांत का जाफना सबसे अधिक प्रभावित जिला है, जहां 21,714 परिवारों के 69,113 लोग प्रभावित हुए हैं. डीएमसी के अनुसार, दक्षिण एशियाई द्वीप देश में सूखा आमतौर पर मानसून की देरी या बारिश की अस्थायी परिवर्तनशीलता के चलते होता है.
भारत कर रहा श्रीलंका की मदद
श्रीलंका इस समय इतिहास के सबसे बुरे आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. भारत अपने पड़ोसी देश को संकट से उबारने के लिए लगातार कई तरह से सहायता प्रदान कर रहा है. इसी क्रम में, पिछले महीने एक बार फिर भारत ने श्रीलंका के कठिन समय को पार करने के प्रयासों का समर्थन करने की बात दोहराई थी.
पिछले साल संकट में आया था श्रीलंका
गौरतलब है, विदेशी मुद्रा भंडार की भारी कमी के कारण श्रीलंका पिछले साल अपने सबसे बुरे आर्थिक संकट की चपेट में आ गया था. 1948 में ब्रिटेन से आजादी के बाद पहली बार सबसे खराब स्थिति का सामना कर रहा है. ऐसे हालातों में, भारत ने अपनी नेबरहुड फर्स्ट नीति के अनुरूप पिछले साल लगभग 4 अरब डॉलर की सहायता प्रदान की थी. इसी साल जनवरी में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी अपने श्रीलंका के दौरे में मदद का भरोसा दिलाया था.