Australia: मॉडल ने हाईवे पर लगवाई ऐसी होर्डिंग, आंखे फाड़-फाड़ कर देख रहे लोग; फिर हुआ ये फैसला
Trending: पैसे कमाने के लिए लोग क्या कुछ नहीं करते हैं. कोई अपने सुपरहिट आइडिया से कमाल करता है तो कोई विज्ञापन के जरिए खुद की ब्रैंडिंग करता है. ऐसे में जब एडल्ट फिल्मों में काम करने वाली एक सुपरमॉडल ने अपना विज्ञापन अखबारों के क्लासीफाइड कॉलम और ऑनलाइन प्लेटफार्म्स के बजाए चौराहे पर किया तो बवाल मच गया.
Australia news hindi: ऑस्ट्रेलिया के पर्थ (Perth) में रहने वाली एक मॉडल ने खुद को मशहूर करने के साथ अपनी कमाई बढ़ाने की चाहत में एक ऐसा स्टंट किया जो उनके गले की फांस बन गया है. दरअसल अपनी ब्रैंडिंग के लिए उन्होंने जो तरीका अपनाया उस पर सवाल उठने के बाद वो कई बार सफाई दे चुकी हैं लेकिन लोगों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है. सवाना फ्लेचर (Savannah Fletcher) पेशे से मॉडल हैं. वो एडल्ट सब्सक्रिप्शन साइट ओन्लीफैंस (Onlyfans) पर अश्लील कंटेंट बनाकर पैसे कमाती हैं. हाल ही में उन्होंने अपने ओन्लीफैंस अकाउंट के प्रमोशन का ऐसा तरीका खोजते हुए देश के सबसे मशहूर चौराहों में से एक पर अपनी होर्डिंग लगाकर बवाल मचा दिया.
चौराहे पर लगवाई बोल्ड होर्डिंग
'डेली स्टार' की रिपोर्ट के मुताबिक सवाना ने बीच सड़क पर अपनी बड़ी सी होर्डिंग लगवा दी जिसमें उनके ओन्लीफैंस अकाउंट की जानकारी होने के साथ पेमेंट ऑप्शन का क्यूआर कोड छपा था. उसके बगल में उनकी एक बोल्ड तस्वीर थी जिसमें वो एक बीच पर बिकिनी पहने नजर आ रही हैं. इस तस्वीर से वहां से गुजरने वाले पैरेंट्स असहज हुए तो पुलिस प्रशासन के साथ शहर के मेयर तक बात पहुंची. कमाई के इस तरीके पर जब लोगों के सवाल बढ़ते गए तो स्थानीय लोगों के आक्रोश के बीच सवाना ने अपने चैनल को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए बिलबोर्ड विज्ञापन का बचाव किया.
विज्ञापन पॉलिसी में बदलाव की चर्चा
बवाल के बाद एडवरटाइजमेंट स्टैंडर्ड ऑफ ऑस्ट्रेलिया को एक डॉक्यूमेंट भेजा गया था जिसमें पॉलिसी बदलने की बात कही गई थी. प्रशासन ने पॉलिसी चेंज करने के नाम पर कम्यूनिटी स्टैंडर्ड यानी मानक तय किए हैं. यानी अब नए नियमों के तहत लोग होर्डिंग लगा सकेंगे. इससे भड़की सवाना ने कहा कि इस बार वो बिना किसी की परमिशन लिए माफी मांगने के नाम पर कुछ ऐसा करेंगी जिनमें उनकी अश्लील तस्वीरें होंगी. उन्होंने कहा ये अभिव्यक्ति की आजादी का हनन है. उनके अधिकार छीने जा रहे हैं. महिलाओं की आवाज दबाने की कोशिश हो रही है.