ढाका: मुख्य धारा की मीडिया द्वारा बहिष्कार किए जाने के कारण बांग्लादेश की मुख्य विपक्षी पार्टी इस हफ्ते होने वाले राष्ट्रीय चुनावों के प्रचार के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रही है. प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दो हफ्ते के प्रचार अभियान में देश भर में रैलियां कीं और लाखों लोगों को संबोधित किया. वह चौथी बार प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में शामिल हैं. विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की सभा में अपेक्षाकृत कम भीड़ आ रही है. बीएनपी की नेता खालिदा जिया भ्रष्टाचार के मामले में 17 वर्ष जेल की सजा काट रही हैं. उनकी पार्टी का कहना है कि हसीना के मुख्य विपक्षी पार्टी को दरकिनार करने के प्रयास के तहत यह राजनीति से प्रेरित कदम है.


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बीएनपी का कहना है कि इसके कई उम्मीदवार सार्वजनिक रूप से प्रचार करने के लिए भयभीत हैं और उन्हें सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं द्वारा हिंसा किए जाने या अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किए जाने का डर है. चुनावों में झड़प के दौरान दोनों दलों के कम से कम छह समर्थक मारे गए.


हिंसा के डर से बीएनपी ने बांग्लादेश के दस करोड़ मतदाताओं के बीच प्रचार के लिए फेसबुक का सहारा लिया. देश में रविवार को चुनाव होने वाले हैं. देश के युवा मतदाताओं से बीएनपी के महासचिव फकरूल इस्लाम आलमगीर की ऑनलाइन अपील हाल के दिनों में वायरल हुई. तीन मिनट के वीडियो को शुक्रवार की रात को जारी किया गया और सप्ताहांत तक लाखों लोगों ने इसे शेयर किया.


पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘‘अवामी लीग डर का माहौल पैदा करना चाहता है ताकि 30 दिसम्बर को होने वाले चुनावों में आपकी रूचि खत्म हो जाए. आप वोट डकैती रोक सकते हैं. लोकतंत्र को बचाया जाना चाहिए.’’ 


इनपुट भाषा से भी