रूस और उत्तर कोरिया की दोस्ती से नाराज अमेरिका ने रूसी संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने गुरुवार (16 मई) को यह जानकारी दी. न्यूज एएनआई के मुताबिक अमेरिका ने यह भी दावा किया कि रूस ने यूक्रेन पर युद्ध छेड़ने के लिए उत्तर कोरिया पर भरोसा किया है. उसने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध वैश्विक सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय परमाणु अप्रसार व्यवस्था के लिए व्यापक खतरा पैदा करते हैं।


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बयान में कहा गया, 'संयुक्त राज्य अमेरिका आज डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) और रूसी संघ के बीच मिलिट्री इक्विपमेंट और कंपोंनेंट के ट्रांसफर में शामिल पांच रूसी व्यक्तियों और संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।' यूएस ने उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र के हथियार प्रतिबंध का उल्लंघन का आरोप लगाया.


बयान के मुताबिक 'रूस ने यूक्रेन पर युद्ध छेड़ने के लिए हथियारों के लिए डीपीआरके पर तेजी से भरोसा किया है. यूक्रेन में टारगेट्स के खिलाफ डीपीआरके द्वारा सप्लाई की गई दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं।'


अमेरिका ने कहा, 'आज की कार्रवाई रूस-डीपीआरके मिलिट्री रिलेशनशिप को टारगेट करने वाले पिछले वर्ष के कई प्रतिबंधों पर बेस्ड है और लगातार हथियारों के ट्रांसफर और रूस और डीपीआरके के बीच रक्षा सहयोग को गहरा करने के हमारे विरोध को उजागर करती है'


बता दें उत्तर कोरिया और रूस पिछले कुछ समय में तेजी से करीब आ गए हैं. इस बीच प्योंगयांग ने अपने हथियारों और परमाणु कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया है और मॉस्को ने यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण जारी रखा है. 


संयुक्त राज्य अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने आरोप लगाया है कि उत्तर कोरिया तकनीकी विशेषज्ञता के बदले में रूस को यूक्रेन में युद्ध में उपयोग करने के लिए हथियारों की आपूर्ति कर रहा है।


(इनपुट - एजेंसी)