Russia Belarus Relations: ​बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जैंडर लुकाशेंको ने वैगनर विद्रोह को लेकर एक चौंकाने बात कही है जो निश्चित ही क्रेमलिन को रास नहीं आएगी. लुकाशेंको ने घोषणा की है कि रूस में विद्रोह की स्थिति से कोई भी नायक के रूप में सामने नहीं आया है. यह बयान ऐसे समय में सामने आया है जब रूसी राज्य मीडिया में दावा जा रहा है कि पुतिन उन नाटकीय घटनाओं के दौरान एक नायक के रूप में उभरे हैं. बीबीसी ने लुकाशेंको के हवाले से कहा, 'मुझे लगता है कि उस स्थिति से कोई भी हीरो नहीं निकला.'


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बेलारूसी राष्ट्रपति ने कहा, 'प्राइगोझिन नहीं, पुतिन नहीं, लुकाशेंको नहीं..कोई नायक नहीं थे...और इसका सब यह है कि अगर हम इस तरह के सशस्त्र समूह बनाते हैं, तो हमें उन पर नजर रखने और उन पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है.' गौरतलब है कि लुकाशेंको को पुतिन कट्टर समर्थक माना जाता है.


'परमाणु हथियारों का उपयोग करने में संकोच नहीं करेंगे'
बीबीसी से बात करते हुए, लुकाशेंको ने कहा कि वह 'परमाणु हथियारों का उपयोग करने में संकोच नहीं करेंगे'. हालांकि उन्होंने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि उन्हें कभी भी इनका उपयोग करने का निर्णय लेने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा.'


यह याद दिलाने पर कि वे बेलारूस के अपने परमाणु हथियार नहीं, बल्कि रूस द्वारा दिए गए हैं, लुकाशेंको ने उत्तर दिया, 'मैं किसी और के हथियारों से क्यों नहीं लड़ सकता?' बेलारूसी नेता ने जवाब दिया, 'यूक्रेन में एक पूरी सेना विदेशी हथियारों से लड़ रही है, नाटो के हथियारों से, क्योंकि उनके अपने हथियार ख़त्म हो गए हैं. तो फिर मैं किसी और के हथियार से क्यों नहीं लड़ सकता?


प्रिगोझिन बेलारूसी क्षेत्र में नहीं है'
लुकाशेंको ने यह भी स्पष्ट किया कि निजी सेना वैगनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन, अपने लड़ाकों के साथ, बेलारूसी क्षेत्र में नहीं थे, और कहा कि ऐसी संभावना है कि उन्हें कभी भी बेलारूस नहीं जाना पड़ेगा, जैसा कि वैगनर प्रमुख और क्रेमलिन के बीचउनके द्वारा कराए गए समझौते के तहत वादा किया गया था. बता दें रॉयटर्स ने लुकाशेंको के हवाले से कहा, 'वह पीटर्सबर्ग में हैं... शायद वह आज सुबह मॉस्को गए थे.'


लुकाशेंको ने यह भी अनुमान लगाया कि रूसी खुफिया बल वैनगर चीफ पर कड़ी नजर रख रहे है और क्रेमलिन कभी भी प्रिगोझिन को 'मिटाना' नहीं चाहता  क्योंकि इससे देश में गृहयुद्ध छिड़ सकता है.


बता दें क्रेमलिन ने पहले इस बात से इनकार किया था कि रूस देश में प्रिगोझिन की गतिविधियों पर नज़र रख रहा था, जबकि इस बात की भी पुष्टि नहीं की गई कि देश से उसका जाना समझौते की एक शर्त थी या नहीं.