World News in Hindi: 5 नवंबर को होने जा रहे अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनाव (US Elections 2024) पर दुनियाभर की निगाहें हैं. रिपब्लिकन पार्टी के प्रत्‍याशी डोनाल्‍ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता कमला हैरिस के बीच कड़ी टक्‍कर मानी जा रही है. इस बीच रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े तीन भारतीय-अमेरिकी नेताओं बॉबी जिंदल, निक्की हेली और विवेक रामास्वामी ने कमला हैरिस की कथित रूप से गलत आव्रजन, आर्थिक और विदेश नीतियों की आलोचना की है.


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बॉबी जिंदल
लुइसियाना के पूर्व गवर्नर बॉबी जिंदल (53) ने एक वीडियो में दावा किया कि हैरिस की चिकित्सा संबंधी ‘मेडिकेयर’ योजना से 1.2 करोड़ अवैध प्रवासियों को ‘‘गोल्ड प्लेटेड’’ स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलेगा. जिंदल का यह वीडियो विज्ञापन के तौर पर सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है. राजनीतिक मामलों की एक कार्य समिति ‘अमेरिका फर्स्ट पॉलिसी इंस्टीट्यूट’ द्वारा जारी वीडियो में जिंदल ने कहा, ‘‘इससे अमेरिका में अवैध प्रवासियों की बाढ़ आ जाएगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘कृपया अपने परिवार और मित्रों को इस झूठ के झांसे में नहीं आने दें.’’


बॉबी जिंदल 2008 से 2016 तक लुइसियाना के गवर्नर थे. 2016 में उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने का असफल प्रयास किया था. शुरू में चुनाव प्रचार और डोनाल्ड ट्रंप के अभियान से दूर रहने के बाद जिंदल अब पूर्व राष्ट्रपति को उनकी नीतियों पर समर्थन देने के लिए फिर से सक्रिय हो गए हैं.


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निक्‍की हेली और विवेक रामास्‍वामी
जिंदल के अलावा, साउथ कैरोलाइना की पूर्व गवर्नर निक्की हेली और व्यवसायी से नेता बने विवेक रामास्वामी राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने की दौड़ में शामिल रह चुके हैं. जिंदल 2016 में और अन्य दो 2024 के चुनाव में राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने की दौड़ में शामिल रहे. अब इन तीनों ने राष्ट्रपति पद के लिए ट्रंप का समर्थन किया है. रामास्वामी ट्रंप के सबसे करीबी विश्वासपात्र बनकर उभरे हैं और उनके पक्ष में चुनाव प्रचार कर रहे हैं.


‘फॉक्स न्यूज’ के साथ एक साक्षात्कार में हेली ने कहा, ‘‘जब मैं दोनों उम्मीदवारों के बीच मुद्दों और मतभेदों को देखती हूं, तो इसमें कोई संदेह नहीं है कि मैं डोनाल्ड ट्रंप को यह चुनाव जीतते देखना चाहती हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम कमला हैरिस और टिम वाल्ज को क्रमश: राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के रूप में नहीं देख सकते. आपको यह देखना है कि कमला हैरिस ने क्या कहा है. वह नहीं सोचतीं कि अवैध अप्रवासी अवैध हैं. वह सोचती हैं कि हमें इन अवैध अप्रवासियों को मुफ्त शिक्षा, रहने के लिए मुफ्त जगह, मुफ्त स्वास्थ्य सेवा देनी चाहिए.’’


हेली ने दावा किया कि हैरिस और उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार वाल्ज के पास विदेश नीति का अनुभव नहीं है.


इन तीन भारतीय-अमेरिकी नेताओं में रामास्वामी हैरिस के सबसे कटु आलोचक बनकर उभरे हैं. वह ट्रंप के पक्ष में समूचे देश में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. पिछले सप्ताह उन्होंने पेन्सिलवेनिया में अपनी चुनाव प्रचार अभियान रैली में सैकड़ों लोगों को संबोधित किया.


फॉक्स न्यूज’ के साथ एक हालिया साक्षात्कार में उन्होंने कहा, ‘‘कमला हैरिस के बारे में ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है. वह एक कट्टरपंथी उदारवादी हैं जो नतीजे नहीं दे सकतीं और प्रचार अभियान के दौरान झूठ बोलने के अलावा कुछ नहीं करतीं.’’ एक अन्य भारतीय-अमेरिकी नेता काश पटेल उन लोगों में शामिल हैं जिन्हें ट्रंप का करीबी माना जाता है.


(इनपुट: न्‍यूज एजेंसी के साथ)