रियो डी जेनेरियो: ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर डोनाल्ड ट्रंप के सुर में सुर मिलाया है. बोलसोनारो का कहना है कि चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है, इसलिए वह अभी जो बाइडेन की जीत को मान्यता नहीं दे सकते.  


पहला ऐसा देश बना Brazil


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जैर बोलसोनारो (Jair Bolsonaro) के इस बयान के बाद ब्राजील (Brazil) वह पहला देश बन गया है, जिसने खुलकर अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है. बोलसोनारो ने रविवार को कहा, ‘मेरे पास जानकारी के स्रोत हैं कि अमेरिका में वास्तव में बहुत धांधली हुई है’. बता दें कि विवादित बयानों के लिए मशहूर बोलसोनारो डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के करीबी माने जाते हैं.


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इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग प्रणाली उठाया सवाल
इतना ही नहीं, बोलसोनारो ने ब्राजील की मौजूदा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग प्रणाली पर भी सवाल उठाये. उन्होंने कहा कि इससे चुनावों में धोखाधड़ी की आशंका बनी हुई है. उन्होंने 2022 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग के बजाये मतपत्रों के जरिए पारंपरिक तरीके से चुनाव कराने पर जोर दिया. बोलसोनारो ने अभी तक जो बाइडेन (Joe Biden) को चुनाव में जीत की बधाई नहीं दी है.


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Biden के सवाल पर दिया यह जवाब


जब उनसे जो बाइडेन की जीत को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, ‘मैं अमेरिकी चुनाव में जो बाइडेन की जीत को मान्यता देने से पहले थोड़ा इंतजार करूंगा. मेरे अपने स्रोत हैं, जो बताते हैं कि अमेरिकी चुनाव में धांधली हुई है’. मालूम हो कि डोनाल्ड ट्रंप चुनावी नतीजे सामने आने के बाद से ही धोखाधड़ी के आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने इस मुद्दे पर अदालत का दरवाजा भी खटखटाया है, लेकिन कहीं से राहत नहीं मिली है.


Vaccine पर दिया था अजीब बयान
कुछ दिन पहले ही बोलसोनारो ने कोरोना वैक्सीन को लेकर अजीब बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि ब्राजील को वैक्सीन की जरूरत नहीं है. एक बयान में ब्राजील के राष्ट्रपति ने कहा था, ‘मैं आपसे कह रहा हूं, मैं इसे नहीं लेने वाला हूं. यह मेरा हक है.' इसके अलावा, उन्होंने मास्क (Mask) की उपयोगिता को भी कठघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा था कि इस संबंध में बेहद कम साक्ष्य हैं कि मास्क कोरोना वायरस (CoronaVirus) संक्रमण को रोकने में प्रभावी है. हालांकि, ये बात अलग है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) सहित सभी स्वास्थ्य एजेंसियां कोरोना से जंग में मास्क को कारगर हथियार बता रही हैं.