लंदन: खून के थक्कों (Blood Clots) की शिकायत से बढ़ती टेंशन के बीच ब्रिटेन (Britain) ने  30 साल से कम उम्र के लोगों को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका (Oxford-AstraZeneca) की कोविड-19 वैक्सीन (Corona Vaccine) की जगह दूसरी वैक्सीन लगाने की पेशकश की है. 


किशोरों को वैक्सीन देने से रोक


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ब्रिटेन की मेडिसिन एंड हेल्थ केयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (MHRA) ने बुधवार को कहा, 'जब तक वह एस्ट्राजेनेका वैक्सीन और खून के थक्कों के बीच संबंध का अध्ययन कर रही है, तब तक संबंधित आयु समूह के लोगों को फाइजर (Pfizer) और मॉडर्ना (Moderna) कंपनी के टीके लगाए जाने चाहिए.' हालांकि MHRA के प्रमुख, डॉक्टर जून रैने ने कहा कि जोखिमों की तुलना में इस टीके के अब भी फायदे अधिक हैं.


ये भी पढ़ें:- मुस्लिमों से वोट की अपील पर EC ने Mamata को भेजा नोटिस, 48 घंटे में देना होगा जवाब


अब तक 7 लोगों की हो चुकी है मौत


वहीं एम्सटर्डम आधारित एजेंसी के स्वास्थ्य जोखिम और टीका रणनीति के प्रमुख मार्को कैवलेरी ने कहा, ‘यह कहना बहुत मुश्किल होता जा रहा है कि एस्ट्राजेनेका के टीकों और प्लेटलेट कम होने से जुड़े खून के थक्कों के बीच कोई कारणात्मक संपर्क नहीं है. हम इसकी जांच कर रहे हैं.’ बता दें कि अभी तक एस्ट्राजेनेका वैक्सीन लेने के बाद खून का थक्का जमने से 7 लोगों की मौत हो चुकी है. 


ये भी पढ़ें:- आपके फोन से कंट्रोल होंगे ये स्कूटर्स, बेहद सस्ते दाम में कर सकते हैं खरीदारी


1.8 करोड़ लोगों ने ली एस्ट्राजेनेका वैक्सीन


ब्रिटेन में अब तक 3 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है. इसमें से करीब 1.8 करोड़ लोगों को एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लगाई गई है. वैक्सीन लगाए जाने के बाद ब्रिटेन में कोरोना की स्थिति में काफी सुधार आया है. यहां संक्रमितों की संख्या के साथ-साथ कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या में भी कमी आई है. आंकड़े में गौर करें तो आज की तारीख तक ब्रिटेन में 31,301,267 ने टीके की पहली खुराक ले ली है, जबकि 4,948,635 लोग टीके की दोनों खुराकें ले चुके हैं.


(इनपुट- भाषा)


LIVE TV