स्टॉकहोम में कुरान जलाने का मामला, जॉर्डन ने स्वीडिश राजदूत को किया तलब, कई देशों ने की घटना की निंदा
Sweden Quran Burning Incident: स्वीडन में कुरान जलाए जाने के विरोध में दर्जनों लोगों ने इराक की राजधानी बगदाद में स्वीडिश दूतावास के परिसर पर धावा बोल दिया. मीडिया रिपोट्स के मुताबिक भीड़ दूतावास में घुस गई और करीब 15 मिनट अंदर ही रही.
Sockholm Quran Burning Incident: जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने स्टॉकहोम में मुस्लिम पवित्र पुस्तक कुरान की एक प्रति जलाए जाने के विरोध में अम्मान में स्वीडिश राजदूत को तलब किया. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि यह खतरनाक नफरत का एक नस्लवादी कृत्य और इस्लामोफोबिया की अभिव्यक्ति है, जो हिंसा भड़काता है और धर्मों का अपमान करता है.
विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि इस तरह के कृत्यों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संदर्भ में उचित नहीं ठहराया जा सकता है, क्योंकि यह दुनिया भर में दो अरब से अधिक मुसलमानों की भावनाओं को भड़काता है.
अलजजीरा की एक खबर के मुताबिक सलवान मोमिका, एक 37 वर्षीय इराकी युवक, जो कई साल पहले स्वीडन आया था, उसने गुरुवार को इस्लामी पवित्र पुस्तक के पन्नों को फाड़ दिया और आग लगा दी. बता दें गुरवार को दुनियाभर के मुसलमानों ने ईद-ईद उल-अज़हा का त्योहार मना रहे थे.
स्टॉकहोम सेंट्रल मस्जिद के बाहर हुई इस घटना की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा हुई है.
तुर्किये
तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने इस घटना के लिए स्वीडन की आलोचना करते हुए कहा कि अंकारा कभी भी उकसावे या धमकी की नीति के आगे नहीं झुकेगा. उन्होंने कहा, ‘हम अहंकारी पश्चिमी लोगों को सिखाएंगे कि मुसलमानों के पवित्र मूल्यों का अपमान करना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है.‘
संयुक्त राज्य अमेरिका
अलजजीरा की खबर के मुताबिक संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस घटना की निंदा की लेकिन साथ ही कहा कि प्रदर्शन के लिए परमिट जारी करना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन दिखाता है.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैट मिलर ने कहा, "हमारा मानना है कि प्रदर्शन ने डर का माहौल पैदा किया है जो स्वीडन में मुसलमानों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यक समूहों के सदस्यों की धर्म या विश्वास की स्वतंत्रता के अधिकार का स्वतंत्र रूप से उपयोग करने की क्षमता को प्रभावित करेगा."
मिलर ने कहा, ‘हम यह भी मानते हैं कि इस प्रदर्शन के लिए परमिट जारी करना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन है, प्रदर्शन के कार्यों का समर्थन नहीं.’
ईरान
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस घटना को ‘भड़काऊ, गैर-विचारणीय और अस्वीकार्य’ कहा. नासिर कनानी ने कहा, ‘इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान की सरकार और लोग... इस तरह के अपमान को बर्दाश्त नहीं करते हैं और इसकी कड़ी निंदा करते हैं.‘
सऊदी अरब
सऊदी विदेश मंत्रालय ने भी इस घटना की निंदा की. इसमें कहा गया, 'इन घृणित और बार-बार की जाने वाली हरकतों को किसी भी औचित्य के साथ स्वीकार नहीं किया जा सकता.'
बगदाद में प्रदर्शन
बीबीसी के मुताबिक स्वीडन में कुरान जलाए जाने के विरोध में दर्जनों लोगों ने इराक की राजधानी बगदाद में स्वीडिश दूतावास के परिसर पर धावा बोल दिया. एक शक्तिशाली मौलवी द्वारा 'क्रोधित' विरोध प्रदर्शन के आह्वान के बाद गुरुवार को बगदाद में दूतावास के बाहर भीड़ जमा हो गई. सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में दर्जनों प्रदर्शनकारी परिसर के अंदर घूमते नजर आ रहे हैं. बीबीसी की खबर के मुताबिक घटनास्थल पर मौजूद एएफपी समाचार एजेंसी के एक फोटोग्राफर ने कहा कि भीड़ थोड़ी देर के लिए इमारत में दाखिल हुई और लगभग 15 मिनट तक अंदर रही.
(इनपुट - एजेंसी)