World News in Hindi: हमास के अब तक के सबसे बड़े हमले ने पहली बाहर इजराइली सुरक्षा व्यवस्था और देश की खुफिया एजेंसी मोसाद की कमजोरी को उजागर कर दिया. इजरायल  पर न सिर्फ हजारों रॉकेट दागे बल्कि बड़ी संख्या में हमास के लड़ाकों ने सीमा पर कर कई इजराइलों को बंधक बना दिया. इसके बाद इजरायल  ने भी पलटवार किया है और हमास के गढ़ माने जाने वाले गाजा में भीषण लड़ाई लड़ी जा रही है.


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इस बीच इजरायल  पर ट्रिपल अटैक का खतरा मंडरा रहा है. इसकी वजह यह है कि हिज़्बुल्लाह अपने लड़ाके लेबनान बॉर्डर पर जुटा रहा है. वहीं दूसरी तलब अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान भी फिलिस्तीन की मदद के लिए जाना चाहता है. इन तीनों ही संगठनों को कुछ देश मान्यता देते हैं तो कई देश आतंकी संगठन मानते हैं.


हालांकि इजरायल  हमास के साथ ही हिज्बुल्लाह के खिलाफ भी बमबारी कर रहा है. 80 के दशक में लेबनान में वजूद में आए हिज्बुल्लाह को ईरान का समर्थन हासिल है. इसके घोषणा पत्र में इजरायल  की तबाही की बात कही गई है.


अभी तो हमला शुरू हुआ है
इस बीच इजरायल  के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास के अप्रत्याशित हमले के जवाब में गाजा पट्टी पर इजरायल  का भीषण हमला ‘अभी तो शुरू’ हुआ है. नेतन्याहू ने राष्ट्रीय स्तर पर टेलीविजन पर प्रसारित संबोधन में कहा, ‘हमने हमास पर हमला करना अभी तो शुरू ही किया है. हम आने वाले दिनों में अपने दुश्मनों के साथ जो करेंगे, उसकी गूंज कई पीढ़ियों तक सुनाई देगी.’


हमास के हमले के बाद इजरायल  की जवाबी कार्रवाई में 680 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. गाजा पट्टी में स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी. मंत्रालय ने कहा कि 3,700 से अधिक लोग घायल हुए हैं.


यूएन ने जताई चिंता
संयुक्त राष्ट्र ने हमास के हमलों के बाद इजरायल  की जवाबी कार्रवाई के मद्देनजर फलस्तीनी इलाकों में आम नागरिकों और मानवीय आवश्यकताओं को लेकर चिंता व्यक्त की है.


संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने इजरायल  और गाजा में आम नागरिकों पर ध्यान केंद्रित किए जाने का आह्वान किया और हमलों में लोगों की मौत होने की घटनाओं एवं हमास द्वारा आम नागरिकों को बंधक बनाए जाने की निंदा की. उन्होंने और कई निर्दोष लोगों की जान जाने की आशंका जताई.