हा नाम (वियतनाम): आतंकवाद के बढ़ते खतरे को रेखांकित करते हुए उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को कहा कि घृणा की विचारधारा के समर्थकों को रचनात्मक कार्यों में लगाने की आवश्यकता है ताकि मूर्खतापूर्ण की जा रही हत्याओं और तबाही को रोका जा सके.


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ताम चुक पैगोडा में वेसाक के 16 वें संयुक्त राष्ट्र दिवस के उद्घाटन समारोह में नायडू ने मुख्य भाषण में कहा राष्ट्रों के बीच संघर्ष की उत्पत्ति की जड़ें एक व्यक्ति के मन में उत्पन्न नफरत एवं हिंसा के विचार में हैं. वियतनाम के प्रधानमंत्री गुयेन जुआन फुक, म्यामां के राष्ट्रपति विन मिंट और नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली भी इस समारोह में मौजूद थे.


आतंकवाद का खतरा विनाशकारी
नायडू ने कहा, ‘‘ विश्व में आतंकवाद को लेकर बढ़ रहा खतरा विनाशकारी भावना की अभिव्यक्ति है. घृणा की विचारधारा के समर्थकों को रचनात्मक कार्यों में लगाने की आवश्यकता है ताकि मूर्खतापूर्ण की जा रही हत्याओं और तबाही को रोका जा सके.’’ 



भगवान बुद्ध के संदेश को दोहराया
नायडू ने कहा कि भगवान बुद्ध का शांति एवं करुणा का संदेश पूरे विश्व में सम्प्रदाय और विचारधारा से प्रेरित हिंसा को दूर करने के लिए एक सोच और प्रभावी उत्तर प्रदान करता है. नायडू चार दिवसीय यात्रा पर वियतनाम पहुंचे हैं.आपको बता दें कि, बौद्ध समुदाय के लोग यहां बुद्ध जयंती को वेसाक के रूप में मनाते हैं.