नई दिल्ली: दुनियाभर में कोरोना वायरस (Coronavirus Pandemic) का खतरा अभी टला नहीं है. कुछ देशों में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो गई है. इससे हालात एक बार फिर गंभीर होने लगे हैं. इसी बीच अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी इंटरपोल (Interpol) ने दावा किया है कि दिग्गज राजनीतिक शख्सियतों को कोरोना संक्रमित चिट्ठियों के जरिए निशाना बनाया जा सकता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन : इंटरपोल (Interpol) ने दुनिया भर की सुरक्षा एजेंसियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वह सावधानी बरतें. खास तौर पर दस्तावेजों को लेकर अलर्ट रहें. इंटरपोल ने दावा किया है कि कोरोना संक्रमित चिट्ठी के जरिए राजनीतिक शख्सियतों को निशाना बनाया जा सकता है. इंटरपोल ने दुनियाभर की एजेंसियों सहित भारत को भी इस संबंध में चेतावनी दी है. 


राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित बड़े नेता हैं निशाने पर
इंटरपोल ने अलर्ट जारी करते हुए कहा कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और बड़े नेताओं को कोरोना संक्रमित चिट्ठी के जरिए निशाना बनाया जा सकता है. इंटरपोल ने कहा कि बड़े स्तर पर साजिश रची जा रही है. इनसे अलर्ट रहने की जरूरत है. इंटरपोल ने कहा कि 'जांच एजेंसियों के अधिकारियों, डॉक्टर्स और एसेंशियल वर्कर्स को डराने के लिए उनके चेहरे पर खांसने और थूकने के उदाहरण सामने आए है. कुछ जगहों पर सतहों और वस्तुओं पर थूकने और खांसने से जानबूझकर संक्रमण फैलाने के प्रयास की सूचना मिली है. 


जान बूझकर कोरोना फैलाने की आशंका
इंटरपोल ने कहा कि कुछ कुछ जगहों पर ऐसे भी मामले सामने आए हैं, जब कोरोना संक्रमित लोग जान बूझकर ऐसे इलाकों में गए जहां कोरोना संक्रमण के मामले नहीं है. साथ ही बॉडी फ्लूड्स (Body Fluids) के संक्रमित सैंपल्स को ऑनलाइन बेचने का दावा करने वालों की सूचना मिली है.