म्यूनिख: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान पर तीखा हमला किया है. नेतन्याहू ने ईरान को चेतावनी देते हुए आक्रामकता नहीं दिखाने को आगाह किया. उन्होंने ईरान के ड्रोन का एक टुकड़ा भी दिखाते हुए दावा किया कि इसे इजरायल के वायुक्षेत्र में उड़ते वक्त नष्ट कर दिया गया. नेतन्याहू ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन के दौरान कहा कि उनके पास ‘'तेहरान के तानाशाह के लिए एक पैगाम है.’' उन्होंने आगाह किया, ‘'इजरायल के संकल्प की परीक्षा ना लें.'’ उन्होंने गहरे हरे रंग के धातु का एक आयताकार टुकड़ा दिखाया जिसके बारे में उन्होंने कहा कि यह ईरानी ड्रोन का एक टुकड़ा है जिसे हमने मार गिराया था.


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इजरायल ने कहा था कि उसने 10 फरवरी को सीरिया से उनके देश में प्रवेश कर रहे एक ड्रोन को गिरा दिया था. इस दौरान इजरायल का एफ-16 फाइटर भी क्रैश हुआ था. वर्ष 1982 के बाद किसी भी इजरायली विमान का पहली बार नुकसान हुआ. माना जाता है कि इजरायल ने इस जवाब के जरिए पहली बार 2011 से शुरू हुए सीरिया के गृह युद्ध में ईरान के निशाने को ध्वस्त की बात सार्वजनिक तौर पर मानी है.


गाजा में हमास के सैन्य ठिकानों पर इजरायल का हमला, आतंकियों और सुरंगों को बनाया निशाना


वहीं दूसरी ओर इजरायली वायुसेना (आईएएफ) के लड़ाकू विमानों ने रविवार (18 फरवरी) को गाजापट्टी में हमास के छह सैन्य ठिकानों पर हमले किए. इजरायल ने यह कार्रवाई इजरायल-गाजा सीमा पर हुए धमाके पर प्रतिक्रियास्वरूप की है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने इजरायली रक्षाबलों (आईडीएफ) की ओर से जारी बयान के हवाले से बताया कि हमास के सैन्य ठिकानों पर हमले किए गए हैं.


आईडीएफ की ओर से जारी बयान के मुताबिक, बड़े पैमाने पर आतंकवादी स्थलों को निशाना बनाया गया है, जिसमें हमास द्वारा निर्मित सुरंग भी है. इसके साथ ही हमास के कई हथियार निर्माण स्थलों पर भी हमले किए गए हैं. इससे पहले आईडीएफ ने बताया था कि इजरायल-गाजा सीमा के पास हुए धमाके में आईडीएफ के चार जवान घायल हुए हैं, जिनमें से की दो की हालत गंभीर बनी हुई है. सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है.


(इनपुट एजेंसी से भी)