Mehul Choksi पर Dominica में गरमाई सियासत: विपक्षी नेता Lennox Linton का आरोप, PM सब कुछ जानते थे
डोमिनिका के विपक्षी नेता लेनोक्स लिंटन ने कहा कि प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट और उनकी सरकार इस मुद्दे पर आगे बढ़कर इसलिए कुछ नहीं बोल रही है, क्योंकि वो नहीं चाहती कि सच्चाई सबके सामने आए. सच्चाई यह है कि भगोड़ा कारोबारी बिना अनिवार्य दस्तावेजों के ही डोमिनिका पहुंचा गया था.
नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) को लेकर डोमिनिका (Dominica) की सियासत गर्मा गई है. विपक्षी पार्टी के नेता लेनोक्स लिंटन (Lennox Linton) का दावा है कि चोकसी के डोमिनिका आने को लेकर प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट (Roosevelt Skerrit) की सरकार को पूरी जानकारी थी. जबकि अब सरकार ऐसा दिखावा कर रही है, जैसे उसे कुछ पता ही नहीं था. लिंटन ने कहा कि मेहुल चोकसी की डोमिनिका में मौजूदगी कई गंभीर सवाल खड़े करती है और सरकार को उनका जवाब देना चाहिए.
बिना Passport के मिली Entry
Zee News की सहयोगी वेबसाइट WION से एक्सक्लूसिव बातचीत में डोमिनिका (Dominica) के विपक्षी नेता लेनोक्स लिंटन ने मेहुल चोकसी विवाद को लेकर स्थानीय सरकार की जमकर आलोचना की. उन्होंने कहा कि चोकसी बिना पासपोर्ट के डोमिनिका आया था, जो अपने आप में चौंकाने वाला है. सरकार से पूछा जाना चाहिए कि आखिर उसे बगैर पासपोर्ट एंट्री कैसे मिल गई?
कैसे बेखबर रहे Officers?
लेनोक्स लिंटन ने कहा, ‘प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट और उनकी सरकार इस मुद्दे पर आगे बढ़कर इसलिए कुछ नहीं बोल रही है क्योंकि वो नहीं चाहती कि सच्चाई सबके सामने आए. सच्चाई यह है कि भगोड़ा कारोबारी बिना अनिवार्य दस्तावेजों के ही डोमिनिका पहुंचा गया’. लिंटन ने आगे कहा कि चोकसी समुद्री मार्ग से डोमिनिका पहुंचा, लेकिन जिस जहाज से वह आया, उसके ऑपरेटर ने झूठा बयान दिया. उसने कहा कि वो 25 मई को डोमिनिका आया, जबकि वो 23 को ही आ गया था. इसके अलावा, उसने चोकसी का जिक्र भी नहीं किया. आखिर संबंधित अधिकारियों को इसकी भनक कैसे नहीं लगी?
जबरन Dominica लाने का आरोप
पीएनबी घोटाले का आरोपी मेहुल चोकसी पिछले हफ्ते एंटीगुआ से रहस्यमय तरीके से गायब होकर डोमिनिका पहुंच गया था. इसके बाद उसे भारत भेजने की बात भी कही गई थी, लेकिन डोमिनिका ने इससे इनकार कर दिया. स्थानीय अदालत ने मामले की सुनवाई होने तक चोकसी को किसी दूसरे देश भेजने से मना कर दिया है. वहीं, भगोड़े कारोबारी के वकीलों का आरोप है कि उसे जबरन डोमिनिका लाया गया और इस दौरान उसे प्रताड़ित भी किया गया.