वॉशिंगटन: अमेरिकी संसद में हुई हिंसा और प्रदर्शनों को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) का बयान सामने आया है और उन्होंने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की. उन्होंने कहा कि हिंसा करने वाले देश को प्रेजेंट नहीं करते हैं और हिंसा करने वालों ने लोकतंत्र पर धब्बा लगा दिया. डोनाल्ड ट्रंप ने एक वीडियो संदेश जारी कर ये बातें कहीं.


मैंने तुरंत लिया एक्शन: डोनाल्ड ट्रंप


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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कहा, 'सभी अमेरिकियों की तरह, मैं भी हिंसा, अराजकता और हाथापाई से नाराज हूं. मैंने इमारत को सुरक्षित करने और घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए तुरंत नेशनल गार्ड और पुलिस फोर्स को तैनात किया. अमेरिका हमेशा कानून व्यवस्था का देश होना चाहिए.


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राष्ट्रपति पद छोड़ने को तैयार हुए ट्रंप


इसके साथ ही डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) राष्ट्रपति पद छोड़ने को भी तैयार हो गए हैं. उन्होंने कहा, 'अब कांग्रेस ने नतीजों को प्रमाणित कर दिया है. 20 जनवरी को एक नए प्रशासन का उद्घाटन किया जाएगा. मेरा ध्यान अब सत्ता के सुचारू, व्यवस्थित और निर्बाध परिवर्तन को सुनिश्चित करने के लिए बदल गया है.



हिंसा करने वाले लोकतंत्र पर धब्बा: ट्रंप


डोनाल्ड ट्रंप ने अपने संबोधन में कहा, 'हिंसा से में गुस्से में हूं. हिंसा करने वाले हमारे देश को प्रेजेंट नहीं करते है और हिंसा कर उन्होंने लोकतंत्र पर धब्बा लगा दिया.' उन्होंने कहा, 'अमेरिका एक बहुत गर्म जोश वाले इलेक्शन से गुजरा है. मैंने चुनाव के लिए बहुत मेहनत की.'


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अमेरिकी संसद में घुस गए थे ट्रंप समर्थक


बता दें कि अमेरिकी संसद के दोनों सदन यानी सीनेट में गुरुवार को इलेक्टोरल कॉलेज के वोटों की गिनती और बाइडेन की जीत पर मुहर लगाने के लिए बैठक चल रही थी. इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के सैकड़ों समर्थक संसद के बाहर जुट गए. नेशनल गार्ड्स और पुलिस इन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन कुछ लोग कैपिटल बिल्डिंग के अंदर घुस गए और बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की. इस दौरान गोली भी चली और एक महिला समेत 4 लोगों की मौत हो गई.


क्या है पूरा विवाद?


बता दें कि अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए 3 नवंबर को चुनाव हुए थे, जिसमें डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन (Joe Biden) को 306 इलेक्टोरल कॉलेज वोट और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को 232 वोट मिले थे. इसके बावजूद ट्रंप ने हार स्वीकार नहीं की और लगातार आरोप लगाते रहे कि चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है. इसको लेकर कई राज्यों में ट्रंप समर्थकों द्वारा केस भी दर्ज कराए गए, लेकिन ज्यादातर मामले कोर्ट ने खारिज कर दिया. इसके बाद ट्रंप समर्थक हिंसा पर उतारू हो गए.


20 जनवरी को शपथ लेंगे जो बाइडेन


बता दें कि हिंसा के बाद अमेरिकी कांग्रेस ने गुरुवार को जो बाइडेन (Joe Biden) की जीत पर मुहर लगा दी और 20 जनवरी को शपथ लेने का रास्ता साफ हो गया. कांग्रेस ने इलेक्टोरल  कॉलेज की काउंटिंग में जो बाइडन को राष्ट्रपति पद के लिए और कमला हैरिस (Kamala Harris) को उपराष्ट्रपति पद के लिए विजेता घोषित किया.


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