डोनाल्ड ट्रंप को सबसे बड़ी राहत, हश मनी केस के सभी आरोपों से बिना शर्त बरी
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डोनाल्ड ट्रंप को सबसे बड़ी राहत, हश मनी केस के सभी आरोपों से बिना शर्त बरी

US News: इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को ट्रंप की ओर से कार्यवाही को रोकने के अनुरोध को खारिज कर दिया गया था. इसी के साथ मैनहट्टन में न्यूयॉर्क राज्य की अदालत में शुक्रवार सुबह (स्थायनी समय) सजा सुनाने का रास्ता खुल गया था.

डोनाल्ड ट्रंप को सबसे बड़ी राहत, हश मनी केस के सभी आरोपों से बिना शर्त बरी

Donald Trump Hush money case: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शपथ ग्रहण से ठीक 10 दिन पहले हश मनी मामले में बिना शर्त आरोपमुक्त कर दिया गया. नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इस मामले को लेकर पूरे देश की सुर्खियों में थे. अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मामले में हस्तक्षेप करने से इनकार करने के बाद ट्रंप को सजा का सामना करने की बातें कही जा रही थीं. ट्रंप पर आरोप था कि स्टॉर्मी डेनियल्स को किए गए 1,30,000 डॉलर के पेमेंट को छुपाने के लिए उन्होंने कमर्सियल रिकॉर्ड में हेराफेरी कराई थी. 

ट्रंप ने जताया न्यायपालिका का आभार

आपको बताते चलें कि ये मामला 2006 का बताया जा रहा था. हालांकि दूसरी ओर ट्रंप हमेशा से महिला के साथ कथित रिश्ते से इनकार करते आए हैं. उन्होंने इस मामले को लेकर अभियोजन पक्ष को राजनीति से प्रेरित बताया था. अमेरिका की कोर्ट ने सभी 34 आरोपों से बिना शर्त बरी कर दिया है. फैसले पर ट्रंप ने जज से कहा, मेरे साथ बहुत ही खराब व्यवहार किया गया. फैसले के लिए मैं आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं.

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कोर्ट की चौखट से बरी होने तक क्या क्या हुआ?

इस मामले को लेकर शुक्रवार की सुबह तक कहा जा रहा था कि ट्रंप को शुक्रवार को एक पोर्न स्टार को पैसे देकर चुप रहने के लिए मजबूर करने के अपराध में सजा सुनाई जाएगी. ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह से पहले उन्हें सजा सुनाया जाना एक ऐसा आश्चर्यजनक विरोधाभास पैदा करेगा जिसका गवाह अमेरिका पहले नहीं बना है. कुछ ही दिनों में राष्ट्रपति पद की विशाल शक्तियां और देश के कानूनों और संविधान का अंतिम संरक्षक बनने वाले हैं लेकिन वह खुद मामले में सजा पा चुके होंगे. आपको बताते चलें कि ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने वाले हैं.

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शाम होते होते बदल गया हवा का रुख

ट्रंप एकमात्र अमेरिकी राष्ट्रपति (वर्तमान या पूर्व) हैं जिन्हें किसी अपराध के लिए दोषी ठहराया गया था. पिछले साल लगातार छह हफ्तों तक चले इस केस सुनवाई करने वाले जस्टिस जुआन मर्चेन पहले ही संकेत दे चुके थे कि उनकी योजना ट्रंप को जेल भेजने या उन पर जुर्माना लगाने की नहीं है. लेकिन बिना शर्त रिहाई देकर वो ट्रंप के स्थायी रिकॉर्ड में दोषसिद्धि का टैग लगा देंगे. हालांकि जब कोर्ट का फैसला आया तो हुआ भी हूबबू यही. उधर 78 साल के ट्रंप लगातार इस केस में खुद को निर्दोष बताते आए हैं. पहले कहा जा रहा था कि वो फैसले के दौरान वर्चुअली मौजूद रहेंगे. 

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आपको बताते चलें कि डोनाल्ड ट्रंप पर पोर्न स्टार को किए गए पेमेंट को बैलेंस शीट में लीगल एक्सपेंस के तौर पर दिखाकर कानून तोड़ने का आरोप था. वो पेमेंट ट्रंप के वकील के जरिए स्टॉर्मी डेनियल (Stormy Daniels) को कराई गई थी ताकि वो रिपब्लिकन नेता के साथ अपने यौन संबंधों को लेकर खामोश रहें. डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ राष्ट्रपति पज का चुनाव लड़ीं उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया लेकिन अमेरिकी मतदाताओं ने इस मसले को डेमोक्रेट्स पार्टी के तमाम चुनावी ऐलानों की तरह पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया. इस केस काउंटर में ट्रंप ने पूरे चुनाव प्रचार के दौरान खुद को राजनीतिक रूप से प्रेरित अभियोगों से पीड़ित शहीद के रूप में पेश किया, जिसका उन्हें बंपर फायदा मिला.

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