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नई दिल्ली: डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के समर्थकों ने इलेक्टोरल कॉलेज को लेकर बैठक से पहले गुरुवार को कैपिटल बिल्डिंग में जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की. इसके बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने ट्वीट किया और कहा कि सत्ता परिवर्तन शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए.
पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने ट्वीट कर कहा, 'वॉशिंगटन डीसी में दंगों और हिंसा के बारे में जानकारी मिलने के बाद से काफी चिंतित हूं. सत्ता का हस्तांतरण क्रमबद्ध और शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए. गैरकानूनी विरोध के माध्यम से लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित नहीं होने दिया जा सकता है.'
Distressed to see news about rioting and violence in Washington DC. Orderly and peaceful transfer of power must continue. The democratic process cannot be allowed to be subverted through unlawful protests.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 7, 2021
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ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने ट्वीट कर कहा, 'अमेरिकी कांग्रेस में शर्मनाक हरकत. 'संयुक्त राज्य अमेरिका दुनियाभर में लोकतंत्र के लिए खड़ा होता है और अब यह महत्वपूर्ण है कि सत्ता का शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से हस्तांतरण होना चाहिए.'
Disgraceful scenes in U.S. Congress. The United States stands for democracy around the world and it is now vital that there should be a peaceful and orderly transfer of power.
— Boris Johnson (@BorisJohnson) January 6, 2021
अमेरिकी संसद के दोनों सदन यानी सीनेट में गुरुवार को इलेक्टोरल कॉलेज के वोटों की गिनती और बाइडेन की जीत पर मुहर लगाने के लिए बैठक शुरू हुई. इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के सैकड़ों समर्थक संसद के बाहर जुट गए. नेशनल गार्ड्स और पुलिस इन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन कुछ लोग कैपिटल बिल्डिंग के अंदर घुस गए और बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की. इस दौरान गोली भी चली और एक महिला समेत 4 लोगों की मौत हो गई. हालांकि अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि गोली किसने चलाई थी.
बता दें कि अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए 3 नवंबर को चुनाव हुए थे, जिसमें डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन (Joe Biden) को 306 इलेक्टोरल कॉलेज वोट और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को 232 वोट मिले थे. इसके बावजूद ट्रंप ने हार स्वीकार नहीं की और लगातार आरोप लगाते रहे कि चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है. इसको लेकर कई राज्यों में ट्रंप समर्थकों द्वारा केस भी दर्ज कराए गए, लेकिन ज्यादातर मामले कोर्ट ने खारिज कर दिया. अब ट्रंप समर्थक हिंसा पर उतारू हो गए हैं.
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