Hush Money Case: डोनाल्ड ट्रंप हश मनी केस के सभी 34 आरोपों में दोषी पाए गए हैं. अदालत ने एक पोर्न स्टार को चुप रहने के लिए अवैध रूप से पैसे देने के मामले को छिपाने के लिए ट्रंप को दोषी करार दिया है. अब 11 जुलाई को पूर्व राष्ट्रपति को सजा सुनाई जाएगी. यह फैसला ऐसे समय में आया है जब ट्रंप नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव बाइडेन को चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं. अब सवाल उठता है कि एक क्रिमिनल केस में अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद भी ट्रंप के लिए राष्ट्रपति चुनाव में कितनी उम्मीदें बची हैं.


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रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप को सुनाई जाने वाली सजा ट्रंप को व्हाइट हाउस पर दोबारा कब्जा करने के लिए उनके अभियान को नहीं रोक पाएगी. भले ही उन्हें 5 नवंबर के चुनाव से पहले जेल की सजा सुनाई गई हो.


दोषी होने पर भी राष्ट्रपति बन सकते हैं ट्रंप
अमेरिकी संविधान में केवल यह जरूरी है कि राष्ट्रपति की आयु कम से कम 35 वर्ष हो और वह अमेरिकी नागरिक हो जो 14 वर्षों से देश में रह रहा हो. न तो आपराधिक दोषसिद्धि और न ही जेल की सज़ा ट्रंप की योग्यता या राष्ट्रपति बनने की उनकी क्षमता को प्रभावित करेगी.


सिद्धांत रूप में, यदि वह 5 नवंबर के चुनाव में डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति जो बाइडेन को हरा देते हैं, तो उन्हें जेल से शपथ दिलाई जा सकती है.


अमेरिकी इतिहास में जेलहाउस राष्ट्रपति अभियान अभूतपूर्व नहीं हैं. समाजवादी यूजीन डेब्स ने 1920 के चुनाव में जेल से राष्ट्रपति पद के लिए असफल रूप से चुनाव लड़ा, हालांकि ट्रंप के विपरीत वह एक गंभीर दावेदार नहीं थे.


क्या ट्रंप जेल जाएंगे?
अभी तक यह पता नहीं है कि जज क्या सजा सुनाएंगे. ट्रंप पहली बार अहिंसक अपराध के लिए दोषी करार दिए गए हैं, और ऐसा बहुत कम होता है कि कोई आपराधिक इतिहास न रखने वाला शख्स, जिसे केवल बिजनेस रिकॉर्ड में हेराफेरी करने का दोषी पाया जाता है, उन्हें न्यूयॉर्क में जेल की सजा सुनाई जाए. जुर्माना या प्रोबेशन जैसी सज़ाएं ज़्यादा आम हैं.


ट्रंप के बिजसने रिकॉर्ड में हेराफेरी करने के अपराध के लिए अधिकतम सज़ा 1-1/3 से चार साल की जेल है, लेकिन जेल के समय वाले मामलों में, प्रतिवादियों को आम तौर पर एक साल या उससे कम की सजा सुनाई जाती है.


अगर जुर्माने से ज़्यादा सज़ा दी जाती है, तो ट्रंप को जेल में डालने के बजाय घर में नज़रबंद रखा जा सकता है. एक पूर्व राष्ट्रपति के रूप में, उनके पास आजीवन सीक्रेट सर्विस डिटेल है, और उन्हें सलाखों के पीछे सुरक्षित रखने की प्रक्रिया जटिल हो सकती है. ट्रंप को अपनी सजा के खिलाफ अपील करते हुए जमानत पर रिहा भी किया जा सकता है.


दोषी करार दिए जाने का  पर क्या असर हो सकता है?
चुप रहने के लिए पैसे देने के केस को ट्रंप के खिलाफ चल रहे चार आपराधिक मुकदमों में सबसे कम महत्वपूर्ण माना जाता है. इसमें दोषी करार दिए जाने का चुनाव पर असर पड़ सकता है.  ओपनियन पोल से पता चलता है कि दोषी करार दिए जाने से उन्हें वोटों का नुकसान हो सकता है. 


अप्रैल में रजिस्टर्ड वोटर्स के रॉयटर्स/इप्सोस सर्वे के मुताबिक, चार में से एक रिपब्लिकन ने कहा कि अगर ट्रंप को आपराधिक मुकदमे में दोषी पाया जाता है, तो वे उन्हें वोट नहीं देंगे। इसी सर्वे में, 60% स्वतंत्र लोगों ने कहा कि अगर ट्रंप को किसी अपराध के लिए दोषी ठहराया जाता है, तो वे उन्हें वोट नहीं देंगे. 


फैसले के बाद समर्थक बढ़ने का दावा
हालांकि फैसले के बाद ट्रंप की चुनाव अभियान टीम ने दावा किया कि उनके समर्थन में इजाफा हुआ है. बीबीसी के मुताबिक ट्रंप के चुनावी अभियान के वरिष्ठ सलाहकार ब्रायन ह्यूजेस के अनुसार, गुरुवार दोपहर को दोषी करार दिए जाने के बाद डोनाल्ड ट्रंप के डिजिटल फंडरेजिंग सिस्टम में समर्थकों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गई है. उन्होंने कहा कि ट्रैफिक में वृद्धि के कारण बीच-बीच में देरी होती रही.