वॉशिंगटन: कोरोना महामारी (Coronavirus) ने पूरी दुनिया में लोगों की जिंदगी बदलकर रख दी है. लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर अमेरिका पर देखने को मिल रहा है. कोरोना महामारी की वजह से अमेरिका के अधिकतर लोग ‘Germaphobes’ बन गए हैं. 


क्या होता है Germaphobes?


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सहयोगी वेबसाइट WION के मुताबिक मेडिकल भाषा में Germaphobes उन्हें कहा जाता है, जिन्हें किसी भी तरह के Germ यानी वायरस से दहशत की हद तक डर लगने लगता है. Xlear और OnePoll की ओर से किए गए हालिया सर्वेक्षण में पता चला है कि तीन में से दो से अधिक अमेरिकी 'जर्मफोब' में बदल गए हैं.


लोगों की बदल गई आदतें


सर्वेक्षण के लगभग 69% उत्तरदाताओं ने कहा कि उन्होंने बीमार पड़ने से बचने के लिए नए हाइजीन प्रैक्टिस को अपनाया है. इनमें मास्क और दस्ताने पहनना, बार-बार हाथ धोना और अन्य शामिल हैं.


 कोरोना को दिया धन्यवाद


सर्वे में लगभग 68% लोगों ने कहा कि उन्होंने हाइजीन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है. वहीं 62% ने दावा किया कि उनकी सफाई की आदतें भविष्य को बेहतर बनाने के लिए हमेशा के लिए बदल गई हैं. वे इसके लिए कोरोना महामारी (Coronavirus) को धन्यवाद भी देते हैं. 


बुधवार को जारी हुआ सर्वे


इस सर्वे का रिजल्ट बुधवार को जारी किया गया. लगभग 88% उत्तरदाताओं ने सर्वे में कहा कि हाइजीन उनके लिए अब बेहद महत्वपूर्ण बन गया है. वहीं 57% लोगों ने सर्वे में अफसोस जताया कि उन्होंने अपने शरीर के साथ वैसा व्यवहार नहीं किया, जैसा उन्हें करना चाहिए था.


नाक को साफ रखना जरूरी


सर्वेक्षण में Xlear के डॉ लोन जोन्स ने कहा, 'नाक को साफ रखना महत्वपूर्ण है क्योंकि अनिवार्य रूप से सभी श्वसन समस्याएं वहां से शुरू होती हैं.'


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आधी बीमारी रुक जाती है


जोन्स ने सुझाव दिया कि बेहतर स्वास्थ्य चाहने वालों को अपनी नाक की बेहतर देखभाल के साथ शुरुआत करनी चाहिए. कंपनी के सीईओ नाथन जोन्स ने भी उनके सुझाव से सहमति व्यक्त की. उन्होंने कहा कि नाक की देखभाल करने से हम आधी बीमारियों को पनपने से रोक सकते हैं. 


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