Finland की PM Sanna Marin के Expensive Breakfast पर बवाल, फिजूलखर्ची के आरोपों की जांच करेगी Police
फिनलैंड की प्रधानमंत्री सना मारिन पर आरोप है कि उन्होंने आधिकारिक निवास केसरंता में रहते हुए अपने परिवार के नाश्ते के लिए प्रति माह भारी भरकम खर्चा किया. इस खुलासे के बाद से विपक्ष प्रधानमंत्री पर हमलावर हो गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस इसकी जांच करने जा रही है.
हेलसिंकी: फिनलैंड की प्रधानमंत्री सना मारिन (Finland Prime Minister Sanna Marin) के ब्रेकफास्ट का बिल (Breakfast Bill) इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. हर तरफ बस बिल की बातें हो रही हैं. कोई प्रधानमंत्री पर सरकारी पैसों के दुरुपयोग का आरोप लगा रहा है, तो कोई भ्रष्टाचार से उनका रिश्ता स्थापित करने में लगा है. इस बीच, स्थानीय पुलिस ने जांच की बात कही है. पीएम मारिन पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी आवास में परिवार के साथ ब्रेकफास्ट पर काफी पैसे खर्च किए हैं. स्थानीय मीडिया में यह खुलासा होने के बाद से प्रधानमंत्री को निशाना बनाया जा रहा है.
हर महीने हो रहा इतना खर्चा
टैब्लॉइड इलतलेहती (Tabloid Iltalehti) की रिपोर्ट में आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री सना मारिन अपने आधिकारिक निवास केसरंता में रहते हुए अपने परिवार के नाश्ते के लिए प्रति माह लगभग 300 यूरो ($ 365) खर्च कर रही हैं. हालांकि, PM को शायद इसमें कुछ भी गलत नजर नहीं आ रहा है. उन्होंने अपना बचाव करते हुए कहा कि उनसे पहले अन्य प्रधानमंत्रियों को भी इसका लाभ मिला है.
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PM ने किया अपना बचाव
PM मारिन ने इस संबंध में ट्वीट करके कहा कि प्रधानमंत्री के तौर पर मैंने यह लाभ नहीं मांगा है और न ही इस पर निर्णय लेने में शामिल रही हूं. उधर, पुलिस ने शुक्रवार को इस मामले की जांच करने की घोषणा की है. पुलिस ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने नाश्ते पर खर्च किए गए पैसे सरकार के हैं और इस संबंध में जो शिकायतें मिली हैं उनके आधार पर जांच की जाएगी.
Officers पर केंद्रित होगी जांच
जासूसी विभाग के अधीक्षक तेमू जोकिनन (Teemu Jokinen) ने कहा कि जांच प्रधानमंत्री कार्यालय के अंदर अधिकारियों के फैसलों पर केंद्रित होगी. यह किसी भी तरह से प्रधानमंत्री या उनकी आधिकारिक गतिविधियों से संबंधित नहीं है. मारिन ने पुलिस जांच के फैसले का स्वागत किया है. बता दें कि मामले सामने आने के बाद से विपक्ष प्रधानमंत्री पर हमलावर हो गया है. उन पर फिजूलखर्ची के आरोप लगाए जा रहे हैं.