वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा के स्कूल में गोलीबारी में सुरक्षित बचे विद्यार्थियों के साथ बेहद भावनात्मक बातचीत के दौरान शिक्षकों को हथियार चलाने का प्रशिक्षण देने और उन्हें हथियार रखने का सुझाव दिया साथ ही बंदूकें रखने वालों की पृष्ठभूमि की कड़ी जांच करने की बात कही. व्हाइट हाउस में मार्जोरी स्टोनमैन डगलस हाई स्कूल के विद्यार्थियों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं आपका पक्ष सुनना चाहता हूं, लेकिन इससे पहले की हम शुरुआत करें, मैं आपको बता दूं कि अब पृष्ठभूमि की कड़ाई से जांच की जाएगी और किसी भी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा.’’


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ट्रंप ने यह भी सलाह दी कि कुछ शिक्षकों को हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जा सकता है ताकि वह बंदूकधारी को रोक सकें. राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘यह सिर्फ उन्हीं के लिए होगा जो बंदूक चला सकने में सक्षम हैं.’’ उन्होंने कहा कि शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. वह मौजूद रहेंगे और अब कोई ‘गन फ्री जोन’ नहीं होगा. ट्रंप ने समझाया कि यहां ‘गन फ्री जोन’ का मतलब है ‘ऐसी जगह जहां आप आसानी से बंदूक के साथ जाकर, हमला कर सकते हैं.’


फ्लोरिडा स्कूल गोलीबारी मामला, पीड़ितों ने की बंदूक कानून को सख्त करने की मांग


इससे पहले फ्लोरिडा हाईस्कूल गोलीबारी की घटना के बाद पीड़ितों ने देश में बंदूक कानूनों को सख्त करने की मांग की. फोर्ट लॉडरडेल में शनिवार (17 फरवरी) को एक श्रद्धांजलि रैली में पीड़ितों ने मतदाताओं से इस कदम का विरोध करने वाले सांसदों को पद से हटाने का भी आग्रह किया है. पार्कलैंड के मार्जरी स्टोनमैन डगलस हाईस्कूल (जहां 14 फरवरी को गोलीबारी की घटना हुई थी) की एक वरिष्ठ छात्रा एमा गोंजालेज ने मांग की कि स्कूलों में गोलीबारी की घटनाओं को रोकने के लिए देश के सांसदों को ठोस कदम उठाने चाहिए.


ऑडिटोरियम में छुपकर एमा ने बचाई थी अपनी जान
रैली में एमा ने कहा कि दोस्तों के साथ सप्ताहांत की योजनाएं बनाना एक स्वचालित या अर्धआधुनिक हथियार खरीदने से कठिन क्यों है. हमें इसे समझना होगा और इसे दूर करने के प्रयास करने होंगे. गौरतलब है कि गोलीबारी की घटना के दौरान एमा ने ऑडिटोरियम में छुपकर अपनी जान बचाई थी. 


(इनपुट एजेंसी से भी)