Rio De Janeiro: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान ब्राजील, सिंगापुर और स्पेन सहित कई देशों के नेताओं से बातचीत की. ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला डा सिल्वा ने प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया, जो रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहे हैं. मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन का इंतजार है. गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए राष्ट्रपति लूला का आभार.’’


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सिंगापुर-स्‍पेन के पीएम से मुलाकात


नाइजीरिया की दो-दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद यहां पहुंचे मोदी ने शिखर सम्मेलन से इतर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस से भी मुलाकात की. मोदी ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के साथ भी बातचीत की. प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के साथ शानदार बातचीत हुई. ’’ प्रधानमंत्री ने स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज़ से भी मुलाकात की, जो पिछले महीने आधिकारिक यात्रा पर भारत आए थे. मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘वडोदरा से रियो तक, बातचीत जारी है.  स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज के साथ गर्मजोशी भरी बातचीत हुई. ’’


 



मेलोनी-मेक्रों से मिलकर जताई खुशी


इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा कि, रियो डी जनेरियो जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी और फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी मुलाकात की और रक्षा-व्‍यापार जैसे मुद्दों पर बातचीत की. पीएम ने X पर अपनी पोस्‍ट में लिखा कि हमारी बातचीत रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी में संबंधों को गहरा करने पर केंद्रित थी. हमने संस्कृति में सहयोग को बढ़ावा देने के बारे में भी बात की, शिक्षा और ऐसे अन्य क्षेत्र भारत-इटली मित्रता एक धरती को बेहतर बनाने में बहुत योगदान दे सकते हैं. इस बीच राष्‍ट्रपति मैक्रों ने पीएम मोदी से मुलाकात का एक वीडियो भी पोस्‍ट किया है, जिसमें वे गले मिलते और हंसते नजर आ रहे हैं.


 



वहीं पीएम ने मैक्रों से मुलाकात के बाद कहा कि मेरे मित्र, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मिलना हमेशा बेहद खुशी की बात है. साथ ही इस साल की शुरुआत में पेरिस ओलंपिक और पैरालिंपिक की सफल मेजबानी के लिए उनकी सराहना की. हमने इस बारे में बात की कि भारत और फ्रांस कैसे मिलकर काम करते रहेंगे. अंतरिक्ष, ऊर्जा, एआई और ऐसे अन्य भविष्य के क्षेत्रों में भी हमारे देश लोगों से लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए मिलकर काम करेंगे. (इनपुट-एजेंसी)