World News in Hindi: इजरायल ने उन सभी रिपोर्टों का खंडन किया है जिनमें दावा किया गया था कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को हमास के हमले के संबंध में मिस्र से पहले ही एक संदेश मिला था. इज़राइल पीएम कार्यालय ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, 'इस आशय की रिपोर्ट कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को मिस्र से पहले ही एक संदेश मिला था, पूरी तरह से गलत है.'


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसमें कहा गया है, 'मिस्र से पहले से कोई संदेश नहीं आया है और प्रधानमंत्री ने सरकार के गठन के बाद से मिस्र के खुफिया प्रमुख के साथ न तो प्रत्यक्ष और न ही अप्रत्यक्ष रूप से बात की है, न ही मुलाकात की है. यह पूरी तरह से फर्जी खबर है.'


सोमवार को ही इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास के अप्रत्याशित हमले के जवाब में गाजा पट्टी पर इजरायल का भीषण हमला ‘अभी तो शुरू’ हुआ है. उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर टेलीविजन पर प्रसारित संबोधन में यह बात कही.


नेतन्याहू ने कहा, ‘हमने हमास पर हमला करना अभी तो शुरू ही किया है. हम आने वाले दिनों में अपने दुश्मनों के साथ जो करेंगे, उसकी गूंज कई पीढ़ियों तक सुनाई देगी.'


इजराइल-हमास अब तक क्या-क्या हुआ
अल जजीरा के मुताबिक इज़रायल ने कल पूरी रात गाजा पर लगातार बमबारी जारी रखी, आवासीय इमारतों को निशाना बनाया और कम से कम दो फ़िलिस्तीनी पत्रकारों को मार डाला. जंग में मरने वालों का आंकड़ा- गाजा में 687 फ़िलिस्तीनी, इज़राइल में 900 से अधिक लोग, कब्जे वाले वेस्ट बैंक में कम से कम 17 फ़िलिस्तीनी और लेबनान में चार हिज़्बुल्लाह लड़ाके मारे गए.


अल जजीरा के मुताबिक इज़रायली सेना ने लेबनान की सीमा के पास संघर्ष में मारे गए अपने सैनिक की पहचान लेफ्टिनेंट कर्नल अलीम अब्दुल्ला के रूप में की है.


संयुक्त राष्ट्र मानवतावादी एजेंसी (UN humanitarian agency) ने कहा कि 187,518 से अधिक फिलिस्तीनी गाजा में अपने घरों से भाग गए हैं, जिनमें से 137,000 से अधिक ने लगभग 84 स्कूलों में शरण ली है.


इज़राइल में मारे गए लोगों में अर्जेंटीना, कंबोडिया और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित देशों के विदेशी नागरिक शामिल थे.