लाहौर: मुंबई हमले के साजिशकर्ता और जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद ने पाकिस्तान में 25 जुलाई को होने वाले आम चुनाव के लिए अपने बेटे और दामाद को भी मैदान में उतारा है. डॉन अखबार ने खबर दी है कि प्रतिबंधित जमात उद दावा की राजनीतिक इकाई मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) ने ‘अल्लाह - उ - अकबर तहरीक’ नाम के संगठन से राष्ट्रीय और प्रांतीय चुनावों के लिए अपने 260 उम्मीदवारों को उतारा है. खबर में बताया गया है कि अंतिम फेहरिस्त में 79 प्रत्याशी नेशनल असेंबली और 181 उम्मीदवार प्रांतीय असेंबलियों के लिए हैं.  इसमें हाफिज सईद के बेटे हाफिज तलहा सईद का नाम भी शामिल है.


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तलहा सरगोधा की एनए 91 सीट से चुनाव मैदान में है जो लाहौर से तकरीबन 200 किलोमीटर दूर है और सईद का गृह नगर है. सईद का दामाद खालिद वलीद पीपी -167 सीट से चुनाव लड़ रहा है.  जमात उद दावा के उम्मीदवार ‘ अल्लाह- उ- अकबर तहरीक’ से इसलिए चुनाव लड़ रहे हैं क्योंकि चुनाव आयोग ने एमएमएल का सियासी पार्टी के तौर पर पंजीकरण नहीं किया है.


तहरीक ने 2011 में पाकिस्तान चुनाव आयोग में पंजीकरण कराया था
तहरीक ने 2011 में पाकिस्तान चुनाव आयोग में पंजीकरण कराया था और इसे 2013 के बाद चुनाव चिन्ह मिला था. दिलचस्प बात यह है कि सूची में तीन आरक्षित सीटों के अलावा 10 सामान्य सीटों से भी महिलाओं को उतारा गया है. सईद की आतंकी गतिविधियों को लेकर उसके सिर एक करोड़ अमेरिकी डॉलर का ईनाम है लेकिन वह खुद चुनाव नहीं लड़ रहा है. 


पार्टी प्रवक्ता अहमद नदीम अवान ने बताया कि चुनाव अधिनियम के तहत महिलाओं के लिए अनिवार्य पांच प्रतिशत कोटे के अलावा पार्टी ने महिलाओं को प्रतिबद्धता से टिकट दिया है, मजबूरी में नहीं. जमात उद दावा ने तब एमएमएल गठित की थी जब पंजाब सरकार ने सईद को हिरासत में रखा हुआ था.  


इनपुट भाषा से भी