World News in Hindi: हिज़्बुल्लाह ने कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगर संयुक्त राज्य अमेरिका सीधे इज़राइल-हमास संघर्ष में हस्तक्षेप करता है तो वह मध्य पूर्व में अमेरिकी ठिकानों को निशाना बनाएगा. द टाइम्स ऑफ़ इज़राइल की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. यह बयान अमेरिका द्वारा अपने युद्धपोतों को इज़राइल की मदद के लिए भेजने के फैसले के जवाब में आया है.


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ईरान समर्थित लेबनानी आतंकवादी समूह के एक प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि ‘फिलिस्तीन यूक्रेन नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘अगर अमेरिका सीधे हस्तक्षेप का विकल्प चुनेगा, तो क्षेत्र के भीतर सभी अमेरिकी ठिकानों को वैध लक्ष्य माना जाएगा, और वे हमारे जवाबी हमलों का सामना करेंगे.’


आतंकवादी हमले मे ईरान की भूमिकाप यूएस ने कही ये बात 
इस बीच अमेरिका ने मंगलवार को कहा कि इजराइल पर हमास के हाल के आतंकवादी हमले में ईरान की भूमिका के बारे में कोई विशेष सूचना नहीं मिली है लेकिन आतंकवादी समूह की सैन्य शाखा के लिए वित्त पोषण में ‘व्यापक तौर’ पर उसकी मिलीभगत है.


अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जैक सुलिवान ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा, ‘हमने शुरुआत से कहा है कि ईरान की व्यापक तौर पर इस हमले में मिलीभगत है क्योंकि उन्होंने हमास की सैन्य शाखा को भारी-भरकम वित्त पोषण दिया है. उन्होंने प्रशिक्षण मुहैया कराया. उन्होंने (ईरान) उन्हें हमला करने की क्षमताएं मुहैया करायी. उन्होंने सहयोग दिया और वे वर्षों से हमास के साथ संपर्क में हैं.’


सुलविन ने कहा, ‘इन सभी चीजों ने उस घटना में भूमिका निभायी है जो हमने देखी है. अभी इस सवाल पर कि क्या ईरान को इस हमले के बारे में पहले से पता था या उसने योजना बनाने में मदद की या इस हमले का निर्देश दिया, तो अभी हमारे पास ऐसी कोई सूचना नहीं है. हम इस सवाल के बारे में अपने इजराइली समकक्षों से नियमित आधार पर बात कर रहे हैं.’


सुलिवान ने कहा कि अमेरिका अपनी खुफिया एजेंसियों से इस बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहा है कि क्या उनके पास इस बारे में कोई सूचना है. उन्होंने कहा, ‘हम और खुफिया जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं. अगर कोई जानकरी मिलती है तो मैं आपके साथ साझा करूंगा.’


फिलिस्तीन हमास संघर्ष में 1800 लोगों की मौत
फिलिस्तीन  आतंकवादी संगठन हमास ने शनिवार को इजराइल पर हमले शुरू कर दिए थे जिसमें 1,000 से अधिक लोग मारे गए हैं. इजराइल ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा में हवाई हमले किए जिसमें 800 से अधिक लोगों की मौत हो गयी है. अमेरिका ने इजराइल के लिए समर्थन जुटाने और हमास के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के लिए एक बड़ा वैश्विक कूटनीतिक अभियान चलाया है.


(इनपुट - एजेंसी)