COVID-19 Impact Study: भारत में कोरोना के मामले एक बार और बढ़ने लगे हैं. भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 3,016 नए मामले आने के बाद देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,47,12,692 हो गई है। पिछले छह महीने में सामने आए ये सर्वाधिक दैनिक मामले हैं. इस बीच कोविड-19 से जुड़ा एक महत्वपूर्ण स्टडी सामने आई है. स्टडी के मुताबिक गर्भावस्था के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित हुईं महिलाओं के बच्चों में मोटापे की समस्या अधिक होने की आशंका है.


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अमेरिका में 2019 के बाद से कोविड-19 के 10 करोड़ से अधिक मामले सामने आए हैं और स्वास्थ्य पर इस संक्रमण के दीर्घकालिक असर के बारे में जानकारी सीमित है. बोस्टन स्थित मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल की प्रबंध निदेशक लिंडसे टी फोरमैन ने कहा, ‘हमारी स्टडी के निष्कर्ष में पता चला है कि गर्भ में ही कोरोना वायरस के संपर्क में आने वाले बच्चों में मोटापा, मधुमेह और हृदय संबंधी रोग का खतरा अधिक होता है.’


अब भी काफी अनुसंधान किए जाने की जरूरत
फोरमैन ने कहा, ‘गर्भवती महिलाओं और उनके बच्चों पर कोविड-19 के असर को समझने के लिए अब भी काफी अनुसंधान किए जाने की जरूरत है.’


अध्ययन में 150 नवजात शिशुओं को किया गया शामिल
अनुसंधानकर्ताओं ने स्टडी में उन 150 नवजात शिशुओं को शामिल किया जिनकी माताएं गर्भावस्था के दौरान कोविड-19 से ग्रसित थीं. इस तुलनात्मक अध्ययन में उन 130 बच्चों को भी शामिल किया गया, जो गर्भ में संक्रमण के संपर्क में नहीं आए थे.


स्टडी में पाया गया कि गर्भ में संक्रमण के संपर्क में आए शिशुओं में जन्म के समय अपेक्षाकृत वजन कम था, लेकिन एक साल में उनका वजन अपेक्षाकृत अधिक बढ़ा.


यह स्टडी ‘एंडोक्राइन सोसाइटीज जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंडोक्रायनोलॉजी एंड मेटाबोलिज्म’ में प्रकाशित हुआ है.


(इनपुट - एजेंसी)


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