Iron Dom Fail: इजरायल का आयरन डोम रविवार को उस समय फेल हो गया, जब राजधानी तेल अवीव पर यमन के हूती विद्रोहियों ने लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया. इजरायली एयर डिफेंस सिस्टम आयर डोम के नाकाम होने के बाद मिसाइल सेंट्रल इजरायल में जा गिरी. अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हवाई हमले के सायरन बज उठे. इसके बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गुस्से में नजर आए और उन्होंने हूती विद्रोहियों पर जवाबी कार्रवाई की कसम खाई है. नेतन्याहू ने हूतियों कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि उन्हें अब तक पता चल जाना चाहिए कि हमें नुकसान पहुंचाने की किसी भी कोशिश की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

11 मिनट में 2040 किलोमीटर दूर गिरी मिसाइल


उत्तरी यमन पर नियंत्रण रखने वाले हूतियों ने हमले की जिम्मेदारी ली है. उनके सैन्य प्रवक्ता याह्या सरिया ने कहा कि मिसाइल एक नई हाइपरसोनिक बैलिस्टिक किस्म की है, जिसने मात्र साढ़े 11 मिनट में 2040 किलोमीटर (1270 मील) की दूरी तय की. मिसाइल हमले के बाद हर तरप अफरा-तफरी मच गई. सायरन बजने के साथ ही लोग सुरक्षित जगहों की ओर भागते नजर आए.


हमले में बड़े नुकसान की खबर नहीं


हमले में किसी के हताहत होने या बड़े नुकसान की कोई खबर नहीं है, लेकिन इजराइली मीडिया ने कुछ वीडियो प्रसारित किए हैं, जिनमें दिख रहा है कि बेन गुरियन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लोग शरण लेने के लिए भाग रहे हैं. हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा कि इसके तुरंत बाद सामान्य परिचालन फिर से शुरू हो गया. सेंट्रल इजराइल के एक ग्रामीण क्षेत्र में आग की लपटें देखी जा सकती थीं और स्थानीय मीडिया ने कुछ तस्वीरें दिखाईं, जिनमें एक ‘इंटरसेप्टर’ का टुकड़ा दिखाई दे रहा था, जो सेंट्रल इजराइल के मोदीन कस्बे में एक रेलवे स्टेशन के पास गिरा था.


क्यों फेल हो गया आयरन डोम? जांच जारी


हूती विद्रोहियों की मिसाइल को इजरायल का आयरन डोम क्यों नहीं रोक पाया, फिलहाल इसको लेकर जांच जारी है. इजराइली सेना ने कहा कि उसने अपने बहुस्तरीय हवाई सुरक्षा प्रणाली का उपयोग करके मिसाइल को हवा में ही मार गिराने के कई प्रयास किए, लेकिन अब तक यह निर्धारित नहीं किया जा सका है कि कोई प्रयास सफल रहा या नहीं. उसने कहा कि मिसाइल बीच हवा में ही टूट गई और घटना की अब भी समीक्षा की जा रही है. सेना ने कहा कि क्षेत्र में विस्फोटों की आवाज इंटरसेप्टर से आई थी. यमन के विद्रोही हूती ने इजराइल और फलस्तीनी चरमपंथी समूह हमास के बीच गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से इजराइल की ओर बार-बार ड्रोन और मिसाइलें दागी हैं, लेकिन उनमें से लगभग सभी को लाल सागर के ऊपर ही मार गिराया गया था.


हमले से तमतमाए इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू


इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार के हमले के बाद कैबिनेट की बैठक में जवाबी कार्रवाई के संकेत दिए. उन्होंने कहा, 'हूतियों को अब तक पता चल जाना चाहिए था कि हमें नुकसान पहुंचाने की किसी भी कोशिश के लिए उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.' विद्रोहियों के सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल याह्या सारी ने कहा कि उन्होंने जफा में 'एक सैन्य लक्ष्य' को निशाना बनाकर बैलिस्टिक मिसाइल दागी. जफा तेल अवीव का हिस्सा है.


नेतन्याहू ने कैबिनेट बैठक में कहा, 'यथास्थिति जारी नहीं रहेगी. इसके लिए हमारी उत्तरी सीमा पर शक्ति संतुलन में बदलाव की जरूरत है. हम अपने निवासियों को सुरक्षित रूप से उनके घरों में वापस भेजने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे.' हिज्बुल्लाह ने कहा है कि अगर गाजा में युद्ध विराम हो जाए तो वह अपने हमले रोक देगा. हूती सरकार के प्रवक्ता हाशिम शरफ अल-दीन ने कहा कि यमन के लोग इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद साहब का जन्मदिन मनाएंगे, जबकि इजराइलियों को बंकरों में रहना होगा.


लेबनान ने दागे कम से कम 40 मिसाइल


हूतियों ने लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों पर भी बार-बार हमला किया है. वहीं, इजराइली सेना ने बताया कि रविवार सुबह लेबनान से कम से कम 40 मिसाइल दागी गईं, जिनमें से अधिकांश को वहां ही मार गिराया गया या वे खुले क्षेत्रों में गिरी. इजराइल-लेबनान सीमा पर हमलों के कारण दोनों तरफ के हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं. इजराइल ने लेबनान के हिजबुल्लाह के खिलाफ व्यापक सैन्य अभियान शुरू करने की बार-बार धमकी दी है.