नई दिल्ली: यूक्रेन (Ukraine) में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई है. छात्र की मौत की वजह रूस की गोलाबारी को बताया जा रहा है. खारकीव (Kharkiv) में हुई शेलिंग की रेंज में आने पर इस भारतीय छात्र की मौत हुई है. खारकीव में अपनी जान गवाने वाले छात्र का नाम नवीन शेखरप्पा है. 21 साल के नवीन कर्नाटक के चलागेरी का रहने वाले थे. उन्होंने 2 दिन पहले अपने परिवार से वीडियो कॉल पर बात की थी.


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विदेश मंत्रालय ने की पुष्टि


मामले को लेकर विदेश मंत्रालय (MEA) ने ट्वीट करके दुख जताया है. अपने ट्वीट में विदेश मंत्रालय ने लिखा, 'गहरे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि आज सुबह खारकीव में हुई गोलाबारी में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई. मंत्रालय उनके परिवार के संपर्क में है. हम परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.



रूस और यूक्रेन के राजदूत तलब


नवीन, खारकीव के एक बंकर में छिपे थे. जरूरी सामान खत्म होने पर वो बाहर निकले थे. इसी दौरान हुई गोलाबारी की जद में आने से उनकी मौत हो गई. इस घटनाक्रम के बाद भारत ने रूस और यूक्रेन के राजदूतों को तलब किया है. इसी के साथ भारत ने यूक्रेन में फंसे नागरिकों को जल्द से जल्द निकालने पर प्रतिबद्धता जताई है. 


परिवार से आखिरी बातचीत 




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एक्टिव हुई भारतीय वायुसेना


यूक्रेन (Ukraine) के खिलाफ रूस (Russia) के हमले के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने पूर्वी यूरोपीय देश में फंसे भारतीयों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) को मोर्चे पर जुट जाने को कहा है. सूत्रों के मुताबिक, वायुसेना, यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए जारी आपरेशन गंगा (Operation Ganga) अभियान के तहत, कई C-17 विमान तैनात कर सकती है.


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भारतीय छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी


इस बीच यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को छात्रों सहित सभी भारतीयों को उपलब्ध ट्रेन या किसी अन्य माध्यम से आज तत्काल कीव छोड़ने का सुझाव दिया है. दूतावास ने ट्वीट किया, ‘छात्रों सहित सभी भारतीयों को सलाह दी जाती है कि वे आज तत्काल कीव छोड़ दें. उपलब्ध ट्रेन या किसी अन्य उपलब्ध माध्यम के जरिये’.


यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद युद्धग्रस्त देश का हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण भारत वहां फंसे अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया से लगी यूक्रेन की सीमा चौकियों के जरिए बाहर निकाल रहा है. सोमवार को यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने छात्रों को राजधानी कीव में रेलवे स्टेशन पहुंचने की सलाह दी थी, ताकि वे युद्धग्रस्त देश के पश्चिमी हिस्सों तक आगे की यात्रा कर सकें.


(इनपुट: जयपाल शर्मा)