वॉशिंगटन: भारत सरकार (Indian Government) द्वारा कोविड-19 (Covid-19) महामारी से लड़ने के लिए वैक्‍सीन और दवाओं का उत्‍पादन बढ़ाने के लिए की गई घोषणा की अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने तारीफ की है. बीते सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि 18 साल से ज्‍यादा उम्र के लोगों के टीकाकरण के लिए केंद्र सरकार 21 जून से राज्यों को कोरोना वायरस वैक्‍सीन (Vaccine) मुफ्त में उपलब्‍घ कराएगी. इसके लिए आगामी दिनों में देश में वैक्‍सीन का उत्‍पादन और सप्‍लाई (Vaccine Production and supply) बढ़ाई जाएगी.


सरकार की घोषणा सराहनीय 


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आईएमएफ के प्रवक्ता गेरी राइस ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा, 'आईएमएफ भारत सरकार की टीकाकरण का दायरा एवं पहुंच बढ़ाने की घोषणा का स्वागत करता है. कोविड की दूसरी लहर और इससे जुड़ी पाबंदियों के कारण भारत में आर्थिक गतिविधियों पर खासा असर पड़ा है. आईएमएफ अगले महीने जारी होने वाले वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में भारत के ग्रोथ रेट की समीक्षा करेगा.' 


उन्‍होंने यह भी कहा कि चूंकि भारत की अर्थव्यवस्था बड़ी है और इसका क्षेत्रीय-वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था में बड़ा योगदान है. लिहाजा भारत की अर्थव्‍यवस्‍था वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था के लिए अहम है.


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बता दें कि वैक्‍सीन उत्‍पादन बढ़ाने की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा था कि भारत ने कम समय में कोविड-19 के 2 टीकों का उत्‍पादन शुरू किया, इसमें से एक वैक्‍सीन तो भारतीय कंपनी ने ही विकसित किया है. वहीं 23 करोड़ से ज्‍यादा लोगों का टीकाकरण करके भारत ने अपनी क्षमता साबित की है.