नई दिल्ली: ईरान ने भारत को चाबहार रेलवे प्रोजेक्ट से बाहर करने की खबरों को गलत बताया है. ईरान का कहना है कि कुछ ताकतें दोनों देशों के बीच दूरियां पैदा करने के लिए इस तरह की खबरों को फैला रही हैं. लेकिन वे शक्तियां अपने इरादों में कामयाब नहीं हो पाएंगी.


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ईरान के सड़क- रेल मंत्रालय ने सोमवार को वहां तैनात भारतीय राजदूत गद्दाम धर्मेंद्र को बातचीत के लिए आमंत्रित किया. मंत्रालय के उप-मंत्री सईद रसोली ने भारतीय राजदूत के साथ बैठक करके चाबहार पोर्ट और चाबहार- जाहेदान रेलवे प्रोजेक्ट में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की. सईद रसोली ने कहा कि चाबहार- जाहेदान रेल प्रोजेक्ट से भारत को बाहर करने की खबरों में कोई सच्चाई नहीं है. कुछ बाहरी शक्तियां इस तरह की गलत रिपोर्ट फैलाकर दोनों मुल्कों में दूरी बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं. लेकिन वे इसमें सफल नहीं हो पाएंगी.


बता दें कि पिछले सप्ताह ऐसी रिपोर्ट सामने आई थी जिसमें दावा किया गया था कि हसन रोहानी के नेतृत्व वाली ईरानी सरकार ने भारत को चाबहार- जाहेदान रेलवे प्रोजेक्ट के निर्माण से अलग कर दिया है. रिपोर्ट सामने आने के बाद से भारत में कई तबकों की ओर से इस मसले पर चिंता जताई गई थी. हालांकि भारत या ईरान की ओर से इस मुद्दे पर कुछ भी अधिकृत रूप से नहीं बोला गया. अब इस मुद्दे पर आपसी गलतफहमी को दूर करने के लिए ईरान ने बातचीत की पहल की. भारत ने चाबहार पोर्ट को जाहेदान शहर तक जोड़ने के लिए रेलवे लाइन बनाने के लिए ईरान से समझौता कर रखा है. भारत इस रेल-पोर्ट प्रोजेक्ट के जरिये अफगानिस्तान और मध्य एशिया के देशों तक अपनी पहुंच बनाना चाहता है. 


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