NATO`s Strategy: रूस के साथ अचानक बढ़ा तनाव? हाई अलर्ट पर नाटो ने लिया ये फैसला
Nato News: नाटो ने अचानक अपनी सक्रियता बढ़ा दी है. एक ओर नाटो की सदस्यता को लेकर तुर्की और स्वीडन ने बातचीत जारी रखने का फैसला किया है. वहीं दूसरी ओर ये बड़ी खबर आ रही है.
NATO to boost troops on high alert: नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि नाटो हाई अलर्ट पर सैनिकों की संख्या बढ़ाने और गोला-बारूद का उत्पादन बढ़ाने के लिए तैयार है. स्टोलटेनबर्ग ने गुरुवार और शुक्रवार को ब्रसेल्स में गठबंधन के रक्षा मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक से पहले बुधवार को यह बयान दिया है, इसमें दुनिया की लगभग 20 प्रमुख रक्षा कंपनियों के साथ बातचीत शामिल होगी. न्यूज़ एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, महासचिव ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संबद्ध क्षेत्र की रक्षा के लिए नाटो की नई क्षेत्रीय योजनाएं हैं.
नाटो महासचिव का बड़ा बयान
सेकेट्री जनरल जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि रक्षा मंत्री एक नई रक्षा उत्पादन कार्य योजना की समीक्षा करेंगे, इसका उद्देश्य हमारे स्टॉक में कमी को तेजी से दूर करना है.' गौरतलब है कि नाटो में शामिल कई देश रूस के हमले के विरोध में यूक्रेन को खुला समर्थन दे रहे हैं. ऐसे में नाटो की इस तैयारी के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
नाटो बोली पर बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए तुर्की और स्वीडन
इस बीच नाटो की सदस्यता को लेकर तुर्की और स्वीडन ने बातचीत जारी रखने का फैसला किया है नाटो, तुर्की, स्वीडन और फिनलैंड के बीच एक संयुक्त स्थायी तंत्र बनाने को लेकर चौथी बैठक अंकारा में संपन्न हुई जिसमें यह फैसला किया गया तुर्की के राष्ट्रपति ने बुधवार को एक बयान में कहा, बैठक में स्वीडन ने जुलाई में नाटो शिखर सम्मेलन में सदस्यता को मंजूरी देने की मांग की है बैठक में स्वीडेन की प्रतिबद्धताओं पर प्रगति का मूल्यांकन किया गया और आगे ठोस कदम उठाने पर सहमति बनी इससे पहले बुधवार को ही तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने कहा था कि तुर्की आगामी विलनियस शिखर सम्मेलन में स्वीडेन की नाटो बोली को केवल तभी स्वीकार करेगा जब देश तुर्की विरोधी आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएगा.
(एजेंसी इनपुट के साथ)