Israel Lebanon War: दक्षिण-पूर्वी लेबनान के एक गेस्टहाउस में शुक्रवार तड़के सो रहे तीन पत्रकारों की इजराइली हवाई हमले में मौत हो गई. यह एक वर्ष पहले सीमा पार से शुरू हुए युद्ध के बाद से मीडिया पर सबसे घातक हमलों में से एक है. यह उस क्षेत्र पर एक दुर्लभ हवाई हमला था, जो अब तक हवाई हमलों से बचा हुआ था और जिसका उपयोग मीडिया द्वारा युद्ध को कवर करने के लिए आधार के रूप में किया जाता रहा है.


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स्थानीय समाचार चैनल ‘अल जदीद’ ने हमला स्थल के फुटेज प्रसारित किए जिसमें ढही हुई इमारतें और वे कारें धूल और मलबे से ढकी हुई दिखाई दे रही थीं जिन पर ‘प्रेस’ लिखा है. इजराइली सेना ने हमले से पहले कोई चेतावनी जारी नहीं की थी. बेरूत स्थित ‘अल-मायादीन टीवी’ ने बताया कि शुक्रवार की सुबह हमले में मारे गए पत्रकारों में उसके दो कर्मी कैमरा ऑपरेटर गस्सान नजर और प्रसारण तकनीशियन मोहम्मद रिदा भी शामिल हैं.


लेबनान के हिजबुल्ला समूह के ‘अल-मनार टीवी’ ने बताया कि हसबाया क्षेत्र में हुए हवाई हमले में उसके कैमरा ऑपरेटर विसम कासिम मारे गए. दक्षिण लेबनान में ‘अल-मनार’ के जाने माने पत्रकार अली शोएब एक वीडियो में कहते नजर आ रहे हैं कि उनके साथ महीनों से काम कर रहे कैमरा ऑपरेटर की मौत हो गई. शोएब ने कहा कि इजराइली सेना जानती थी कि जिस क्षेत्र पर हमला किया गया है वह आवासीय परिसर है और उसमें विभिन्न मीडिया संगठनों के पत्रकार रहते हैं.


शोएब ने ‘अल-मनार’ टीवी पर प्रसारित वीडियो में कहा, ‘‘हम समाचारों की रिपोर्टिंग कर रहे थे और पीड़ितों की पीड़ा को दिखा रहे थे और अब हम ही समाचार हैं और इजराइल के अपराधों के कारण पीड़ित हैं.’’ पिछले वर्ष अक्टूबर की शुरुआत में लेबनान-इजराइल सीमा पर गोलीबारी शुरू होने के बाद से कई पत्रकार मारे जा चुके हैं.


नवंबर 2023 में ड्रोन हमले में अल-मायादीन टीवी के दो पत्रकार मारे गए थे. इसके अलावा एक महीने पहले दक्षिणी लेबनान में इजराइली गोलाबारी में रॉयटर्स के वीडियोग्राफर इस्साम अब्दुल्ला की मौत हो गई थी और फ्रांस की अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी ‘एजेंस फ्रांस-प्रेस’ और कतर के ‘अल-जजीरा टीवी’ के पत्रकार घायल हो गए थे.


(एजेंसी इनपुट के साथ)