Israel- Hamas War Latest News: पिछले साल सात अक्टूबर को जब हमास के आतंकियों ने फिल्मी अंदाज में इजरायल पर हमला किया तो हर कोई अवाक था. अवाक होने की वजह बेहद साफ थी. इजरायल में हमास का घुस जाना. ताबड़तोड़ 20 मिनट के अंदर हजारों मिसाइल दाग देना.  इस तरह की वारदात से इजरायल के आयरन डोम पर भी सवाल उठा. हालांकि हमास आतंकियों के हमले के बाद इजरायल ने युद्ध का ऐलान कर दिया. हमास को मिटाने तक की बात पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने की. लेकिन 85 दिन बीत जाने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला है. इस बीच हमास ने कहा कि इजरायल का झगड़ा उससे है  लेकिन निशाना निर्दोष फिलिस्तीनी बन रहे हैं. इन सबके बीच ना सिर्फ हमास और इजरायल की नजर इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के फैसले पर है. बल्कि दुनिया को भी इंतजार है कि मिडिल ईस्ट में जारी जंग रुकनी चाहिए.


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हमास ने कही बड़ी बात

इन सबके बीच हमास ने भी बड़ी बात कही है. हमास ने घोषणा की है कि यदि अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) इसके लिए आदेश जारी करता है, तो समूह गाजा पट्टी में युद्धविराम का पालन करने के लिए तैयार है जब तक कि इजरायल भी इसका पालन करता है. अगर अदालत युद्धविराम का फैसला जारी करती है, तो हमास तब तक संघर्षविराम का पालन करेगा जब तक इजरायल इसका पालन करता है. श‍िन्हुआ समाचार एजेंसी के मुताबिक अगर इजरायल हिरासत में लिए गए फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर देता है तो हमास भी हिरासत में लिए गए इजरायली कैदियों को रिहा कर देगा.


साउथ अफ्रीका ने लगाई थी याचिका

आईसीजे शुक्रवार को हेग में इजराइल के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका की याचिका पर फैसला सुनाने के लिए तैयार है. यह गाजा में इजरायल के सैन्य अभियान को रोकने के लिए अदालत के तत्काल हस्तक्षेप की दक्षिण अफ्रीका की मांग पर भी फैसला देगा.  29 दिसंबर 2023 को दक्षिण अफ्रीका ने गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों से संबंधित नरसंहार के अपराध की रोकथाम और सजा की मांग करते हुए इजरायल के खिलाफ कार्यवाही के लिए आईसीजे में आवेदन याचि‍का दायर की है.


कतर के पीएम से इन दो की होने वाली है मीटिंग

अमेरिकी जासूसी एजेंसी सीआईए के निदेशक और इजराइल जासूसी एजेंसी मोसाद के प्रमुख गाजा पट्टी में चल रहे इजराइल-हमास युद्ध में अस्थायी युद्ध विराम के लिए यूरोपीय राजधानी में कतर के प्रधान मंत्री से मुलाकात करने वाले हैं. बैठक में अस्थायी युद्धविराम के साथ-साथ हमास की कैद में मौजूद इजरायली बंधकों की रिहाई पर भी चर्चा होगी.हिब्रू मीडिया के मुताबिक इस मौके पर शिन बेट और मिस्र खुफिया विभाग के प्रमुख भी मौजूद रहेंगे.सीआईए निदेशक विलियम बर्न्स और मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया कतर के प्रधान मंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी से मुलाकात हमास द्वारा रखे गए शेष 132 बंधकों की रिहाई और गाजा पट्टी में लड़ाई को रोकने पर चर्चा करेंगे. .


व्हाइट हाउस के मध्य पूर्व के जार ब्रेट मैकगर्क इसी विषय पर बातचीत के लिए इस सप्ताह कतर और मिस्र में थे.बंधक वार्ता पर चर्चा के लिए इजरायल की युद्ध कैबिनेट की गुरुवार रात तेल अवीव में किर्या सैन्य मुख्यालय में बैठक हुई.बैठक में आईडीएफ बंधक दूत नित्जन एलोन और पीएमओ बंधक समन्वयक गैल हिर्श भी उपस्थित थे.बर्न्स और बार्निया कतरी और मिस्र के अधिकारियों के साथ पिछली बैठक में शामिल थे, इसके कारण प‍िछले सा 24 नवंबर और 1 दिसंबर के बीच अस्थायी सप्ताह भर का युद्धविराम हुआ, इसमें 105 बंधकों को मुक्त कराया गया.शेष बंधकों, जिनमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं, को रिहा करने के लिए एक और समझौते को सुरक्षित करने के प्रयासों के बाद से कोई नतीजा नहीं निकला है. 


इजराइल रक्षा मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि जहां इजरायल एक महीने के युद्धविराम के लिए तैयार है वहीं हमास युद्ध का स्थायी अंत चाहता है. लेकिन इजरायल ने खारिज कर दिया है. हमास ने गाजा पट्टी से इजराइल डिफेंस फोर्स की वापसी पर भी जोर दिया है. हालांकि इसे भी इजरायल ने इसे पूरी तरह से नकार दिया है. प‍िछले साल 7 अक्टूबर को हमास के आतंकवादियों ने दक्षिणी इजरायल में हमला किया और 1200 लोगों की हत्या कर दी थी. 240 लोगों का अपहरण कर लिया था. इनमें से 105 बंधकों को 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक एक सप्ताह के संघर्ष विराम के दौरान रिहा किया गया था.

(एजेंसी इनपुट- आईएएनएस)