Israel Palestine War Updates: आतंक के खिलाफ जंग लड़ रहे इजरायल के खिलाफ अब खाड़ी के बड़े जिहादी संगठन और उन्हें सपोर्ट कर रहे इस्लामिक देश एकजुट होने लगे हैं. लेबनान की सत्ता पर काबिज शिया आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के मुखिया सैय्यद हसन नसरल्लाह ने लेबनान में हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के नेताओं से मुलाकात की है. ये मुलाकात बेरूत में हुई है. बैठक में हिजबुल्लाह के मुखिया के अलावा हमास का डिप्टी चीफ सालेह अल-अरौरी और  फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद का प्रमुख भी शामिल हुआ. इस मुलाकात में तीनों ही आतंकी संगठनों ने गाजा पट्टी के हालात के साथ-साथ
इजरायल - लेबनान सीमा पर जारी झड़प पर भी चर्चा की. 


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हिज्बुल्ला चीफ का सामने आया पहला बयान


तीनों आतंकी संगठनों के प्रमुखों की मुलाकात के बीच हिजबुल्लाह के अल-मनार टेलीविजन नेटवर्क ने बुधवार को एक पत्र प्रकाशित किया,जिसमें बैठक के बारे मे जिक्र है. इस हस्तलिखित पत्र में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह का संघर्ष शुरू होने के बाद पहला बयान प्रकाशित किया गया है. कहा जाता है कि यह पत्र संगठन के महासचिव हसन नसरल्लाह ने लिखा था. 


हमास और इस्लामिक जिहाद प्रमुख से की मुलाकात


पत्र में लिखा है कि नसरल्लाह ने इस्लामिक जिहाद प्रमुख ज़ियाद अल-नखला और हमास के उप प्रमुख सालेह अल-अरौरी से भी मुलाकात की. वे दोनों भी लेबनान में रहते हैं. बैठक में तीनों ने हाल की घटनाओं और विभिन्न क्षेत्रों में युद्ध पर चर्चा की. साथ ही इस बात पर विचार किया कि गाजा में प्रतिरोध और वास्तविक जीत हासिल करने के लिए उनके गठबंधन को क्या करना चाहिए. तीनों आतंकी सरगनाओं ने वेस्ट बैंक और गाजा में फिलीस्तीनी लोगों के खिलाफ इजरायली हमले को रोकने के तरीकों पर भी चर्चा की. 


इजरायल के खिलाफ बन रही आतंक की तिकड़ी


अल-मनार में प्रकाशित बयान के अनुसार तीनों पक्षों ने तालमेल जारी रखने और घटनाक्रम की रोजाना निगरानी करने पर सहमति जताई. इस पत्र का प्रकाशन और फिलिस्तीनी संगठनों के नेताओं के साथ बैठक इस बात का सबूत है कि नसरल्लाह एकीकृत मोर्चे और प्रतिरोध की आम धुरी पर जोर देना चाहते हैं. हिज़्बुल्लाह की ओर से अपने लड़ाकों (Israel Palestine War Updates) की मौत का आंकड़ा सार्वजनिक रूप से जारी करना एक तरह का सबूत है कि संगठन हमास और इस्लामिक जिहाद के साथ "येरुसलम के रास्ते पर" जारी युद्ध में भाग ले रहा है.


आग भड़काने में लगा हुआ है ईरान


उधर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला सैय्यद अली खामेनी का बयान भी सामने आया है. खामेनी ने इस बात पर जोर दिया है कि गाजा में ज़ायोनी शासन द्वारा किए गए अपराधों में अमेरिका एक निश्चित भागीदार है. खामेनी ने पश्चिमी नेताओं की हालिया यात्राओं का जिक्र करते हुए कहा, "कब्जे वाले क्षेत्रों में दमनकारी और खलनायक राज्यों के प्रमुखों की मौजूदगी यहूदी शासन के विघटन के बारे में उनकी चिंता को दर्शाती है. इस बात पर जोर देते हुए कि जीत निश्चित रूप से फिलिस्तीन की होगी, खामेनी ने कहा कि इस्लामी देशों को ऐसे अपराधियों के सामने निष्क्रिय नहीं रहना चाहिए. 


'यूएस कर रहा हमलों का मैनेजमेंट'


खामेनी ने जोर देकर कहा कि यहूदियों के सारे प्रयास, उत्पीड़न और बल प्रयोग बेकार हो जाएंगे. उससे उन्हें कोई फायदा नहीं मिलेगा. विक्टिम कार्ड खेलते हुए खामेनी ने कहा, गाजा के लोग वास्तव में उत्पीड़ित हैं. उन्हें इजरायल के क्रूर हमलों का सामना करना पड़ रहा है. वह गाजा में बमबारी करके रोजाना एक हजार लोगों (Israel Palestine War Updates) को मार रहा है. इस मामले में संयुक्त राज्य अमेरिका बड़ा सहयोगी है. सही कहा जाए तो अमेरिका ही गाजा में किए जा रहे हमलों का मैनेजमेंट कर रहा है. 


गाजा में जमीनी हमले के लिए तय हुई तारीख


उधर गाजा में हमास के ठिकानों पर ताबड़तोड़ हवाई हमला बोल रहे इजरायल ने अब जमीनी जंग के लिए समय और तारीख तय कर दी है. बुधवार रात देश की जनता को टीवी पर संबोधित करते हुए इजरायली पीएम नेतन्याहू ने इस बारे में बड़ा ऐलान किया. नेतन्याहू ने कहा, गाजा में जमीनी युद्ध की तैयारी कर रहे हैं. हमने जमीनी हमले की तारीख तय कर दी है. हम हजारों आतंकियों का सफाया कर चुके हैं. इस जमीनी हमले के लिए हमने दो लक्ष्य तय किए हैं. इनमें से एक हमास आतंकियों का सफाया करना और दूसरा हमास (Israel Palestine War Updates) के कब्जे से बंधकों को छुड़ाना शामिल है.


इजरायल के 3 लाख सैनिक बॉर्डर पर तैनात


इजरायली सेना ने भी अपने बयान में कहा है कि हम 7 अक्टूबर के हमले के लिए तैयार नहीं थे, इसलिए हमें बड़ा नुकसान झेलना पड़ा. लेकिन अब हम हमास के खात्मे का संकल्प ले चुके हैं. हम 7 अक्टूबर के हमले के साजिशकर्ताओं और हमलावरों को चुनचुनकर खत्म कर रहे हैं. हम हमास को खत्म करके ही रहेंगे. अब यह इजरायल का संकल्प है. हमास (Israel Palestine War Updates) को मिट्टी में मिलाने के लिए IDF के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा reservists recruitment किया गया है. इसके लिए करीब 3 लाख सैनिक रिजर्विस्ट के तौर पर वापस तैनात किए गए हैं. 


'222 बंधकों को बचाना पहली प्राथमिकता'


सेना के प्रवक्ता ने कहा है कि जमीनी ऑपरेशन के लिए इजरायल पूरी तैयार है. हालांकि गाजा में जमीनी ऑपरेशन के लिए दो स्थितियों ज़रूरी हैं. पहला, सरकार का आदेश और दूसरा, जब ज़मीनी कार्रवाई के लिए उपयुक्त स्थिति होगी. प्रवक्ता ने बताया कि अब भी 222 नागरिक हमास के कब्जे में हैं. हमास ने अब तक केवल 4 नागरिकों को छोड़ा है. यह हमास का मनोवैज्ञानिक आतंकवाद है. वह बंधक संकट को बनाए रखने और धीरे धीरे उन्हें छोड़ने की पॉलिसी पर चल रहा है. फिलहाल 9 महीने के बच्चे से लेकर 80 वर्ष के इजरायली नागरिक उनके कब्जे में हैं.


गाजा में बढ़ रहा बर्बादी का दायरा


रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल-हमास जंग (Israel Palestine War Updates) में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. इस जंग में अब तक 6,700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. गाजा में हो रहे इजरायल के हमलों में अबतक 5,300 मारे गए हैं और 18 हजार घायल हैं. वहीं इजरायल में अबतक 1400 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. बता दें कि खाड़ी के 6 इस्लामिक देशों ने वर्ष 1967 में एक साथ मिलकर इजरायल पर हमला कर दिया था. यह युद्ध 6 दिनों तक चला था. इस दौरान इजरायल ने उन सभी को बुरी तरह रौंदकर उनकी जमीनों पर कब्जा कर लिया था. माना जा रहा है कि अबकी बार भी अगर इस्लामिक देशों ने कोई हिमाकत की तो इजरायल उन्हें बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा.