Hezbollah fired dozens of missiles towards Israel: गाजा में जंग जारी है. इसी बीच इजरायल पर ईरानी हमले की आशंका ने मध्य-पूर्व के देशों से लेकर यूरोप और एशिया तक में हलचल मचा दी है. इजरायल पर ईरान की हमले की धमकी के बीच उसके दोस्त ने ही इजरायल पर हमला बोल दिया. देश के उत्तरी इलाके गैलिली के ऊपर एक साथ 40 से अधिक रॉकेट दागे गए. इस हमले को ईरान के सबसे खास समर्थक चरमपंथी संगठन हिजबुल्ला ने किया. लेबनान में ईरान के प्रॉक्सी हिजबुल्ला ने एक बयान में कहा कि उसने उत्तरी इजरायल में इजरायली सेना की तोपों को निशाना बनाते हुए दर्जनों रॉकेट दागे हैं. इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने रॉकेट हमलों की पुष्टि करते हुए कहा है कि इसमें कोई घायल नहीं हुआ है. आईडीएफ के वार रूम ने हमले का वीडियो भी जारी किया है. 


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इजरायल में हाई अलर्ट
इजरायल पर ईरान के हमले की धमकी मिलने के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने देश को हाई अलर्ट मोड पर रखा है. इजरायल के सभी एंटी एयर डिफेंट सिस्टम और एंटी मिसाइल सिस्टम एक्टिव हैं. हालांकि हमास और हिजबुल्ला से चल रहे युद्ध के चलते इजरायल पहले से ही सतर्क था, लेकिन अब ईरान की धमकी के बाद इजरायल और अधिक सतर्क हो गया है. 


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हिजबुल्लाह ने इजरायल की ओर दागीं दर्जनों मिसाइलें
आईडीएफ ने कहा कि लेबनान से उत्तरी इजरायल की ओर लगभग 40 रॉकेट दागे गए. हिजबुल्लाह द्वारा दावा किए गए हमले में किसी के घायल होने की तत्काल कोई रिपोर्ट खबर नहीं आई है. वहीं हमले के बाद, इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कहा कि उसके हवाई सुरक्षा बलों ने उत्तरी इजरायल में हिजबुल्लाह द्वारा लॉन्च किए गए दो विस्फोटक से भरे ड्रोन को मार गिराया. द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, सीरिया में ईरानी दूतावास पर इजरायली हवाई हमले के बाद तेहरान द्वारा जवाबी कार्रवाई की आशंका के बीच यह हमला हुआ है.



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ईरान ने खाई कसम
एक अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में दूतावास परिसर पर एक हवाई हमला हुआ. इस हमले में एक शीर्ष ईरानी जनरल और छह अन्य ईरानी सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई थी. जिसके बाद ईरान इस हमले का विरोध जताने लगा. बात यहां तक पहुंची कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कसम खा लिया कि इस हमले को इजरायल ने किया है. और हम इस हमले का जवाब देंगे. लेकिन समय और दिन नहीं बताया था.


खामेनेई ने कहा था कि इजराइल को दंडित किया जाना चाहिए, क्योंकि यह हमला सीरिया पर नहीं ईरानी धरती पर हमले के समान है. दूसरी तरफ इजरायइल ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.