Isael Vs Houthi: इजरायली शहर तेल अवीव में बड़ा हमला हुआ. यहूदी धरती पर हुआ ये धमाका इतना शक्तिशाली था कि धमाके की आवाज काफी दूर तक सुनाई दी. हालांकि राहत की बात ये रही कि इस हमले में केवल दो लोग ही घायल हुए और कोई जनहानि नहीं हुई. खास बात ये कि ये हमला वहां हुआ है जो इजरायल की अब तक की सबसे सुरक्षित जगह मानी जा रही थी. इस हमले की ज़िम्मेदारी जैसा कि कयास लगाया जा रहा था वैसा ही हुआ और आतंकी संगठन हूती ने इसे अपनी करतूत बताया है.


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कैसा टूटा इजरायल का सुरक्षा चक्र?


हूती लड़ाकों का एक ड्रोन समुद्र के रास्ते इजरायली डिफेंस सिस्टम को चकमा देकर इजरायल में घुसा और तेल अवीव की एक बिल्डिंग को निशाना बनाकर निगल गया. हूती के प्रवक्ता ने कहा, 'उन्होंने फिलीस्तीनियों के समर्थन में ये हमला किया है.'


इज़रायल के 2 TARGET


जख्मी शेर कहीं ज्यादा खतरनाक होता है. ऐसे में इजरायल के दो निशाने तय हैं. एक हिजबुल्लाह (Hezbollah) और दूसरा हमास (HAMAS). एक तरफ लेबनान पर हमले किए जा रहे हैं तो दूसरी तरफ गाज़ा में इज़रायली अटैक जारी है. अब उसका बदला इज़रायल से भी लिया गया है. इज़रायली सेना ने लेबनान में सबसे बड़ा हमला करते हुए हिजबुल्लाह के मुख्यालय पर बड़ा हवाई हमला किया जिसका वीडियो भी शेयर किया गया. इसमें हिजबुल्लाह का एक फील्ड कमांडर भी मारा गया. 


कमांडर हबीब माटौक लेबनान पर हुए इस अटैक में मारा गया. इससे पहले इज़रायल ने हमास के टॉप कमांडर के मारे जाने की भी बात की थी. वहीं उसके 24 घंटे के अंदर ही इज़रायल पर बड़ा हमला भी हुआ और निशाना बनाया इज़रायल के बड़े शहर तेल अवीव को जहां बड़ा ड्रोन अटैक किया गया. इजरायली पुलिस के मुताबकि, बम निरोधक दस्ते समेत  कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. बम निरोधक और सुरक्षा दल ने बचाव अभियान चलाया जो जल्द ही पूरा हुआ. ये हमला अमेरिकी कॉन्सुलेट के पास किया गया. 


रफा क्रासिंग पर इजरायल का नियंत्रण रहेगा: नेतन्याहू


इस बीच इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने रफा क्रॉसिंग के नजदीक गाजा के दक्षिणी हिस्से में पहुंचकर अपने सैनिकों का मनोबल बढ़ाया. गाजा युद्ध के दौरान नेतन्याहू का ये पहला गाजा दौरा था. अपन विजिट के बाद नेतन्याहू ने कहा, 'युद्ध विराम समझौता होने के बाद भी रफा क्रासिंग पर इजरायल का नियंत्रण रहेगा.'


नेतन्याहू साफ कह रहे हैं कि वो अपनी बातों से नहीं हटेंगे और वहीं उनके दुश्मन लगातार वार कर रहे हैं. ऐसे में लड़ाई लगातार बढ़ती जा रही है. इजराल-हमास की जंग कब खत्म होगी, इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है.