World News in Hindi: अमेरिका में प्रतिनिधि सभा के स्पीकर केविन मैक्कार्थी ने मंगलवार को कहा कि वह सदन की एक समिति को राष्ट्रपति जो बाइडन के परिवार के व्यापारिक सौदों को लेकर उनके खिलाफ महाभियोग जांच शुरू करने का निर्देश दे रहे हैं.  मैक्कार्थी ने दावा किया कि ‘हाउस ओवरसाइट कमेटी’ की अब तक की जांच में बाइडन परिवार के आसपास ‘भ्रष्टाचार की संस्कृति’ पाई गई है. यह मामला राष्ट्रपति के बेटे हंटर बाइडन के कारोबारी सौदों से संबंधित है.


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'सत्ता के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार के आरोप'
मैक्कार्थी ने स्पीकर कार्यालय के बाहर कहा, ‘ये सत्ता के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार के आरोप हैं, जिसे लेकर प्रतिनिधि सभा द्वारा आगे की जांच किए जाने की जरूरत है.’ उन्होंने कहा, ‘इसलिए आज मैं हमारे सदन की समिति को राष्ट्रपति जो बाइडन के खिलाफ औपचारिक महाभियोग जांच शुरू करने का निर्देश दे रहा हूं.’


यह घोषणा रिपब्लिकन पार्टी की ओर से मैक्कार्थी पर हंटर बाइडेन के व्यापारिक सौदों पर कार्रवाई करने के बढ़ते दबाव के बीच की गई है. जो बाइडेन जब बराक ओबामा के अधीन उपराष्ट्रपति थे, तब उनके बेटे हंटर के व्यापारिक सौदे लगातार रिपब्लिकन के निशाने पर रहे हैं. हालांकि वे इसे लेकर कथित तौर पर कोई ठोस सबूत भी नहीं दे सके हैं.


व्हाइट हाउस ने जवाब दिया
सोशल मीडिया पर व्हाइट हाउस के निरीक्षण और जांच के प्रवक्ता इयान सैम्स ने इस कदम को 'सबसे खराब चरम राजनीति' कहा. उन्होंने यह भी कहा कि रिपब्लिकन ने गलत काम करने का कोई सबूत नहीं दिया.


सैम्स ने कहा, 'स्पीकर मैक्कार्थी को अति-दक्षिणपंथी सदस्यों की बातों में नहीं आना चाहिए जो सरकार को बंद करने की धमकी दे रहे हैं जब तक कि उन्हें राष्ट्रपति बिडेन पर निराधार, साक्ष्य-मुक्त महाभियोग नहीं मिल जाता. अमेरिकी लोगों के लिए परिणाम बहुत गंभीर हैं.'


बाइडेन को पद से हटाने की कितनी संभावना
राष्ट्रपति बाइडेन को पद से हटाने के किसी भी प्रयास के होने की संभावना नहीं है. प्रतिनिधि सभा, जहां रिपब्लिकन के पास 222-212 का मामूली बहुमत है, को महाभियोग के पक्ष में मतदान करने की आवश्यकता होगी, इसके बाद इसे सीनेट परीक्षण के लिए आगे बढ़ने और मतदान कराने की आवश्यकता होगी.


डेमोक्रेट्स के पास सीनेट में बहुमत है, और अगर यह इतना आगे बढ़ गया तो निश्चित रूप से यहां कार्यवाही को रोक दिया जाएगा.


किसी भी राष्ट्रपति को महाभियोग द्वारा कभी भी पद से नहीं हटाया गया है. ट्रंप, एकमात्र अमेरिकी राष्ट्रपति हैं जिन पर दो बार महाभियोग चलाया गया था, दोनों बार सीनेट ने उन्हें बरी कर दिया.


(इनपुट- एजेंसी)