अमेरिकी चुनाव में `लेटर बम`.. एक चिट्ठी ने मचा दिया बवाल, ट्रंप की पार्टी के 100 नेताओं ने कमला को क्या भेजा?
US Election: पहली चुनावी डिबेट के बाद कमला हैरिस ने बाजी थोड़ी पलट दी. सर्वे में स्पष्ट रूप से आगे चल रही हैं और ट्रंप से बड़ी बढ़त बना रही हैं. कई इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट्स ने कमला को बढ़त दी है. इसी बीच एक चिट्ठी ने बवाल मचा दिया और अलग तरह की बहस शुरू हो गई.
Kamala Harris Donald Trump: पूरी दुनिया के राजनीतिक वैज्ञानिकों की नजर इस समय अमेरिका पर है, कारण कि वहां का सबसे बड़ा राजनीतिक पर्व शुरू हो रहा है. अमेरिका में चुनाव हो रहे हैं. रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेट्स की तरफ से कमला हैरिस मैदान में हैं. डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच पिछले सप्ताह पहली डिबेट भी हो चुकी है. दुनियाभर के एक्सपर्ट्स इस डिबेट का आंकलन करने में जुटे हैं, बताया गया है कि इसमें हैरिस ट्रंप पर भारी पड़ती नजर आईं हैं. इन सबके बीच एक चिट्ठी के चलते वहां बवाल मच गया है. हुआ यह कि ट्रंप की ही पार्टी यानि रिपब्लिकन के नेताओं ने कमला हैरिस को चिट्ठी लिख दी है.
कमला के नाम रिपब्लिकन की चिट्ठी
असल में अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार को ही 100 से अधिक रिपब्लिकन नेताओं और अधिकारियों ने एक संयुक्त पत्र में कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन दे दिया है. इस पत्र में डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति पद के लिए एक और कार्यकाल के लिए अयोग्य बताया गया है और उसकी कड़ी आलोचना की गई है. इसमें ट्रंप की आलोचना के कारण भी गिनाए गए हैं.
ट्रंप का समर्थन न करने का फैसला
पत्र में रिपब्लिकन नेता रहेरोनाल्ड रीगन, बुश और यहां तक कि डोनाल्ड ट्रंप के पहले प्रशासन से जुड़े अधिकारियों ने भी ट्रंप का समर्थन न करने का फैसला किया है. उन्होंने साफ-साफ कमला को समर्थन दे दिया है. इसके अलावा डेमोक्रेटिक नेताओं ने भी इस चुनाव में राष्ट्रपति पद के लिए अपनी पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस का समर्थन किया है. उन्होंने भी अलग से समर्थन का पत्र लिखा है.
समर्थन ना देने का कारण भी बताया
रिपोर्ट्स के मुताबिक रिपब्लिकन नेताओं ने कहा कि अमेरिका का राष्ट्रपति एक सिद्धांतवादी, गंभीर और शांत स्वभाव का नेता होना चाहिए. लेकिन ट्रंप ने हमेशा अमेरिकी हितों के बजाय अपने व्यक्तिगत हितों को प्राथमिकता दी और हमारे मूल्यों, लोकतंत्र और देश के साथ धोखा किया. राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने प्रशासन में रोज़ की अराजकता को बढ़ावा दिया, हमारे दुश्मनों की सराहना की और सहयोगियों को कमतर आंका. उन्होंने सेना का राजनीतिकरण किया और हमारे दिग्गजों का अपमान किया.
ट्रंप के दोबारा चुनाव का विरोध
इतना ही नहीं उन नेताओं ने तो यहां तक लिखा दिया कि हम कई मामलों में कमला हैरिस से असहमत हो सकते हैं, लेकिन फिर भी हमें विश्वास है कि उनके पास राष्ट्रपति बनने के लिए जरूरी गुण मौजूद हैं, जो डोनाल्ड ट्रंप में नहीं हैं. इसलिए हम कमला के राष्ट्रपति बनने का समर्थन करते हैं और डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा चुनाव का विरोध करते हैं. फिलहाल इस पर अभी ट्रंप का आधिकारिक बयान तो नहीं आया है लेकिन इस चिट्ठी पर अमेरिका में बवाल मचा हुआ है.