North Korea Missile Test: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की बेटी इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट के दौरान अपने पिता के साथ नजर आईं.लेकिन इस दौरान उनकी ब्रैंडेड जैकेट ने सबका ध्यान खींचा. क्रिश्चियन डियोर ब्रैंड की इस जैकेट की कीमत 2 लाख रुपये से ज्यादा है. कोरोना के बाद से नॉर्थ कोरिया में खाद्य संकट पैदा हो गया है. जनता दाने-दाने के लिए परेशान है. लेकिन वहां के एक्सपर्ट्स ने इससे इनकार किया है. 


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पिछले हफ्ते (16 मार्च) हुए इस बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें किम जोंग अपनी बेटी किम जू ए के साथ ह्वासोंग-17 मिसाइल टेस्ट देख रहे हैं. इस दौरान उनकी बेटी ब्लैक कलर की वाटरप्रूफ, वेल्वेट हुड डाउन जैकेट पहने नजर आईं. क्रिश्चियन डियोर फ्रांस के एक मशहूर फैशन डिजाइन थे, जिनके नाम से दुनिया भर में लग्जरी फैशन स्टोर्स हैं. 


10-11 साल है किम की बेटी की उम्र


वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, किम जोंग की बेटी की उम्र 10-11 साल के आसपास है. मेट्रो न्यूज के मुताबिक जू-ए  किम की तीन संतानों में से एक हैं. पिछले साल नवंबर में वह पहली बार बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च टेस्ट के दौरान नजर आई थीं. हालांकि कई लोग उसको किम जोंग की उत्तराधिकारी के तौर पर भी देखते हैं. नॉर्थ कोरिया की सरकारी मीडिया ने पिछले हफ्ते मिसाइल टेस्ट के दौरान किम जू ए की फोटो ली थी. साउथ कोरिया के ब्रॉडकास्टर TV Chosun का जैकेट पर हुई खास सिलाई पर ध्यान गया. यह जैकेट वैसी ही दिखती है, जिसे फ्रांस का मशहूर लग्जरी फैशन हाउस क्रिश्चियन डियोर बेचता है.  क्रिश्चियन डियोर की वेबसाइट के मुताबिक, अमेरिका में 10-12 साल के बच्चों के लिए इस जैकेट की कीमत 2800 डॉलर है.


अमेरिका तक मार कर सकती है उत्तर कोरिया की मिसाइल


बता दें कि उत्तर कोरिया ने पिछले दिनों अमेरिका और साउथ कोरिया के संयुक्त अभ्यास के खिलाफ अपनी रणनीतिक ताकत दिखाते हुए हुए ह्वासोंग-17 इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) को टेस्ट किया था. ह्वासोंग-17 इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल में अमेरिका पर मार करने की क्षमता है.  न्यूज एजेंसी योनहाप की रिपोर्ट के मुताबिक लॉन्च के लिए उत्तर कोरिया ने क्षेत्र में अस्थिर सुरक्षा वातावरण का हवाला दिया.


 वहीं उत्तर कोरिया ने अमेरिका व दक्षिण कोरिया के युद्धाभ्यास को उकसाने वाली कार्रवाई भी बताया. केसीएनए के मुताबिक, प्योंगयांग इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लॉन्च किया गया मिसाइल 6,045 किमी की अधिकतम ऊंचाई तक पहुंचा और पूर्वी सागर में उतरने से पहले 4,151 सेकंड के लिए 1,000.2 किमी की उड़ान भरी. केसीएनए ने कहा कि ह्वासोंग-17 से जुड़े ड्रिल का मकसद मोबाइल और नॉर्मल ऑपरेशन और देश के न्यूक्लियर वॉर की विश्वसनीयता की पुष्टि करना था.


(इनपुट-एजेंसियां)


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