सोल: उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने शनिवार (16 सितंबर) को अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि सैन्य ताकत के लिहाज से वह लगभग अमेरिका के ‘‘बराबर’’ पहुंच गया है और वह उत्तर कोरिया को आंख दिखाने की कोशिश ना करे. साथ ही किम ने बढ़ते अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को पूरा करने का संकल्प लिया. किम ने कहा कि देश ‘‘व्यापक’’ अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद भी परमाणु हथियारों का निर्माण लगभग पूरा कर चुका है. उन्होंने सभी ‘सरकारी एजेंसियों’ से कहा कि वह इस लक्ष्य को हासिल करने के प्रयास करें और ‘‘अमेरिका पर जवाबी हमला करने के लिए एक ऐसी परमाणु क्षमता का निर्माण करें जिससे वह कभी उबर न पाए.’’


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एजेंसी ने किम के हवाले से कहा, ‘‘पूरे विश्व ने माना है कि संयुक्त राष्ट्र के तमाम प्रतिबंधों के बाद भी हमने ये सभी उपलब्धियां हासिल की हैं.’’ उत्तर कोरिया की आधिकारिक ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ ने शनिवार (16 सितंबर) को किम के हवाले से एक बयान में यह बात कही. यह बयान अमेरिका और दक्षिण कोरियाई सेनाओं के प्योंगयांग से किए एक और मिसाइल प्रक्षेपण करने का पता लगाने के एक दिन बाद आया है.


इस मिसाइल ने करीब 3,700 किलोमीटर की दूरी तय की और उत्तरी प्रशांत सागर में गिरने से पहले जापान के ऊपर से होकर गुजरी. अभी तक जिन बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया गया है, उनमें से इस मिसाइल ने जमीन के ऊपर से सर्वाधिक दूरी तय की थी. उत्तर कोरिया ने 29 अगस्त को मध्यम दूरी वाली ह्वासोंग-12 मिसाइल का परीक्षण करने की पुष्टि भी की थी, जो जापान के मुख्य द्वीपसमूहों के ऊपर से होकर गुजरी थी.


‘केसीएनए’ ने कहा कि किम प्रक्षेपण को लेकर बेहद संतुष्ट हैं और उन्होंने मिसाइल की ‘‘युद्ध क्षमता एवं विश्वसनीयता’’ तथा उसकी क्षमता बढ़ाने के प्रयासों की पुष्टि की है. रिपोर्ट के अंग्रेजी संस्करण में सीध तौर पर यह बात नहीं कही गई, लेकिन कोरियाई संस्करण में कहा गया कि किम ने मिसाइल को पूरी तरह तैयार बताया और बढ़ते अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बाद भी अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को पूरा करने का संकल्प लिया.


संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने ताजा मिसाइल प्रक्षेपण के जरिए उत्तर कोरिया पर क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा भंग करने का आरोप लगाया और कहा कि उसके परमाणु एवं मिसाइल परीक्षण ‘‘विश्वभर में गंभीर सुरक्षा चिंताओं का कारण है’’ और संयुक्त राष्ट्र के सभी 193 सदस्यों के लिए खतरा हैं.


उत्तर कोरिया मिसाइल टेस्ट पर बिफरे डोनाल्ड ट्रंप, कहा- अपने नागरिकों की रक्षा के लिए मजबूत विकल्प मौजूद


अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उत्तर कोरिया की तरफ से पेश खतरे से निपटने और सहयोगी देशों तथा अपने नागरिकों की रक्षा करने के लिए अमेरिका के पास मजबूत विकल्प मौजूद हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी कभी भी नहीं डरेंगे और उन्होंने इस बात पर बल दिया कि उनके पास उत्तर कोरिया से निपटने के लिए मजबूत विकल्प है. उत्तर कोरिया द्वारा जापान के ऊपर से मध्यमदूरी की बैलिस्टक मिसाइल छोड़े जाने के बाद ट्रंप की यह प्रतिक्रिया आई है. ट्रंप की यह टिप्पणी अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एच आर मैकमास्टर की उस टिप्पणी के बाद भी आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि ट्रंप प्रशासन के पास उत्तर कोरिया से निपटने के लिए सैन्य विकल्प मौजूद है.


अमेरिकी वायु सेना की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर ट्रंप ने वायु सेना के कर्मचारियों और उनके परिजन को संबोधित करते हुए कहा, “आपकी क्षमताओं और प्रतिबद्धताओं को देखते हुए मैं पहले से ज्यादा आश्वस्त हूं कि उत्तर कोरिया की तरफ से मिल रही चुनौतियों से निपटने के लिए हमारे पास मजबूत विकल्प मौजूद हैं.” ट्रंप ने कहा कि अमेरिका और इसके सहयोगी कभी भी नहीं डरेंगे.


उन्होंने कहा, “हम उन सभी से हमारे लोगों, हमारे देशों और हमारी सभ्यता की रक्षा करेंगे जो हमारे जीवन जीने के तरीकों को चुनौती देने का साहस करेंगे.” उत्तर कोरिया ने कल जापान के ऊपर से प्रशांत महासागर में बैलिस्टिक मिसाइल छोड़ी थी. लेकिन नॉर्थ अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांड (एनओआरएडी) ने कहा है कि यह बैलिस्टिक मिसाइल उत्तरी अमेरिका के लिए खतरा नहीं है. पेंटागन ने बताया कि अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने फोन करके अपने जापानी समकक्ष इतसुनोरी ओनोडेरा से इस मामले पर चर्चा की.