उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन कब क्या फैसला लें. उसके बारे में सिर्फ वही जानते हैं. अरसे से उनके उत्तराधिकारी को लेकर सवाल भी उठते रहे हैं. खासतौर पर जब उनकी तबीयत खराब थी. इस तरह की चर्चा थी कि किम अपनी बहन को कमान सौंप सकते हैं. किम की बहन किम यो जोंग के बारे में भी कहा जाता रहा है कि असली फैसले वही लेती हैं. किम तो सिर्फ उन फैसलों पर दस्तखत भर कर देते हैं. इन सबके बीच दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी ने दावा किया है कि किम अपने बाद उत्तरा कोरिया की कमान अपनी बेटी को दे सकते हैं.


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दक्षिण कोरिया का दावा

दक्षिण कोरिया का कहना है कि जिस तरह से किम जोंग खास मौकों पर अपनी बेटी को ले जाते हैं. खासतौर से जब कोई मिसाइल टेस्ट होता है तो उनकी बेटी साथ में होती है, ऐसे में इस बात की संभावना अधिक है. वो बेटी को ही उत्तराधिकारी बना दें. खास बात यह है कि अभी तक उत्तर कोरिया ने किम की बेटी के नाम और उम्र के बारे में जानकारी नहीं दी है. हालांकि दक्षिण कोरिया के मुताबिक बेटी का नाम किम जू ए है.जू ए जब बच्ची थी तो उस समय तब चर्चा में आई जब रिटायर्ड एनबीए अधिकारी डेनिस रॉडमैन ने कहा था कि जब वो 2013 में किम के साथ एक बैठक में थे उस समय उन्हें जू ए को बाहों में लेने की इजाजत मिली थी.


साउथ कोरिया की इंटेलिजेंस एजेंसी का कहना है कि उसके अपने आकलन में जू ए को ही कमान मिल सकती है. इसके बारे में असेंबली में एक रिपोर्ट भी पेश की गई थी. हालांकि एजेंसी का कहना है कि अभी कुछ कहना जल्दबाजी ही है. हम लोग भी सभी संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं. खुफिया एजेंसी का यह भी कहना है कि किम कब फैसला करेंगे उसके बारे में भी कुछ नहीं कहा जा सकता है. क्योंकि 2 जनवरी को वो 40 साल के हुए हैं और उन्हें कोई गंभीर बीमारी है भी या नहीं कुछ कहा नहीं जा सकता. नए साल के मौके पर किम को अपनी बेटी को प्यार करते हुए देखा गया था.


किम की बेटी के नाम और उम्र पर सस्पेंस भी

जू ए की उम्र के बारे में बताया जाता है कि वो करीब 10 साल की है. जानकार यह कहते हैं कि जू की उम्र को देखते हुए किसी तरह का कयास लगाना भी सिर्फ जल्दबाजी ही होगी वो अपने पिता की तरह सनकी, क्रूर और तुनकमिजाज होगी या उसका स्वभाव सौम्य होगा.उत्तर कोरिया मीडिया भी  जू एक के बारे में सिर्फ इतना ही कहता है. वो देश की सबसे प्यारी और सम्मानित बच्ची है. यही नहीं उत्तर कोरिया सेना के जनरल और बड़े अधिकारी झुक कर उसे सलाम करते हैं. इस तरह की खबरों के बाद यह कयास लगने लगे कि किम अपनी बेटी को शासक के तौर पर तैयार कर रहे हैं और हो सकता है कि उसे ही कमान सौंप दें. इन सबके बीच दक्षिण कोरिया की सरकार इस विषय पर कुछ भी आधिकारिक तौर पर कहने से बचती है.